दक्षिणी दिल्ली : राजधानी दिल्ली में तेज रफ्तार के कहर और लापरवाही से सड़कों पर गाड़ी चलाने का खामियाजा पांच लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। दिल्ली के तीन विभिन्न इलाकों हजरत निजामुद्दीन, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और हर्ष विहार में हुए इन सड़क हादसों में पांच लोगों की मौत के अलावा दो अन्य लोग घायल भी हो गए। मरने वालों में एक आईटीआई का छात्र भी है, जिसे तेज रफ्तार डीटीसी बस ने कुचल दिया। पुलिस ने तीनों ही मामलों की छानबीन शुरू कर दी है।
डीटीसी बस ने स्कूली छात्र को कुचला…
सड़क हादसों में पहली घटना दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन इलाके की है। घटना की पुष्टि करते हुए जिला पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब सवा बारह बजे हजरत निजामुद्दीन पुलिस को भोगल रोड पर सड़क हादसे की सूचना मिली थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि एक तेज रफ्तार डीटीसी बस ने सड़क पार कर रहे एक छात्र को कुचल दिया है। घटना के बाद घटनास्थल पर भारी संख्या में छात्रों ने एकत्रित होकर बस चालक को पकड़ लिया।
हालांकि इससे पहले की छात्र उग्र होकर बस चालक पर टूट पड़ते, पुलिस मौके पर पहंुची और भीड़ के कहर से उसे बचाते हुए गिरफ्तार कर थाने ले गई। आरोपी बस चालक की पहचान राजस्थान के बसवा तहसील निवासी किशोर मीना के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारी ने मृतक की छात्र की पहचान 22 साल के हनी मीणा के रूप में हुई है, जो दिल्ली के मदनगीर इलाके का रहने वाला था। उसे घटनास्थल से उठाकर उसके दोस्त अजमत अंसारी ने तत्काल एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने बाद में उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सोफा रिपेयरिंग का काम करने वाले उसके पिता ने बताया कि हनी अरब की सराय इलाके में स्थित आईटीआई का छात्र था और अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। कुछ दिनों पहले ही एक कम्पनी में उसे नौकरी के चयनित किया गया था। बताया जाता है कि डीटीसी बस की चपेट में आने से पहले हनी को एक बाइक ने टक्कर मारी थी। डीटीसी बस कालकाजी डीपो की बताई जा रही है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।
ऑटो पलटा, तीन लोगों की मौत…
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के ही न्यू फ्रेंड्स इलाके में स्थित मथुरा रोड पर हुए दूसरे सड़क हादसे में गुरुवार देर रात करीब डेढ़ बजे ऑटो चालक की लापरवाही से ऑटो पलट गई, जिसमें ऑटो में सवार ऑटो चालक समेत सभी पांच लोग जख्मी हो गए। हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को नजदीकी अपोलो अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने तीन को मृत घोषित कर दिया, जबकि दो अन्य को इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया।
घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस के एक अधिकारी को शुरुआती छानबीन में पता चला कि घटना तब घटी जब ऑटो चालक बिजेंद्र चलते ऑटो में आगे का शीशा साफ करने का प्रयास कर रहा था। तभी ऑटो असंतुलित होकर पलट गया। पुलिस ने मृतकों की पहचान राम सिंह (40), अशोक (18) और देवराज सिंह (25) के रूप में की है, जबकि घायलों की पहचान ऑटो चालक बिजेंद्र और अमर के रूप में हुई है। बिजेंद्र को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
घटना के संदर्भ में पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि नेहरू नगर में रहने वाले और हलवाई का काम करने वाले राम सिंह के परिवार में पत्नी पूजा के अलावा 9 साल का बेटा मीनू है। घटना वाली रात वे जैतपुर में एक समारोह से काम करके सहयोगी अशोक, देवराज सिंह और अमर के साथ ऑटो से घर लौट रहे थे। जहां बीच रास्ते वे सड़क हादसे का शिकार हो गए। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
ट्रैक्टर के पहिए से कुचला मजदूर
हर्ष विहार इलाके में ट्रैक्टर पर बैठा एक मजदूर नीचे गिर गया और उसी ट्रैक्टर के पहिए के नीचे आकर कुचल गया। जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का कब्जे में लेकर सुरक्षित शवगृह में रखवा दिया।
हादसे के लगभग 18 घंटे बाद शव की पहचान भरत (24) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस ने घटना के संदर्भ में केस दर्जकर आरोपी चालक एटा निवासी अभय सिंह (50) को गिरफ्तार कर लिया है। उसके परिवार में पिता राम बहादुर के अलावा परिवार के अन्य सदस्य हैं। भरत ट्रैक्टर पर मजदूरी का काम करता था।