दक्षिणी दिल्ली : जर्जर मकानों के जमीनदोज होने का दिल्ली में सिलसिला जारी है। ताजा मामला उत्तम नगर इलाके का है, जहां एक मकान की छत अचानक से टूटकर गिर पड़ी। हादसे की चपेट में आकर जहां एक महिला की मौत हो गई, वहीं बच्चों समेत 8 लोग घायल हो गए। हादसे होते ही पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और पूरे इलाके में चीख-पुकार मच गई।
हादसे की सूचना पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर घायलों को उठाकर इलाज के लिए डीडीयू अस्पताल पहुंचाया, जहां सभी का इलाज किया जा रहा है। हादसे में घायल होने वालों में पांच बच्चे भी शामिल हैं, जिनमें एक 3 साल, दूसरा 6 साल और तीसरा 8 साल का बच्चा है। घटना की पुष्टि करते हुए दमकल के एक अधिकारी ने हादसे में मरने वाली महिला की पहचान 47 साल की दुलारी देवी के तौर पर की है, जिसके शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह मेें रखवा दिया गया है।
जबकि हादसे में घायल होने वाले अन्य 8 लोगों की पहचान राखी (30), धर्मेन्द्र (30), अखिल (3), सोनम (12), कन्नू (8), आकांक्षा (6), संजीव (11) और रानी (30) के तौर पर की है। इनमें कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी उक्त मकान में किराए पर रह रहे थे। पुलिस ने मामले में मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की छानबीन कर रही है।
कोटा पत्थर से बनी थी छत…
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हादसा शनिवार शाम करीब तीन बजे के आसपास हुआ। यह घटना उत्तम नगर के मोहन गार्डन इलाके में स्थित बताशे वाली गली में 26ए के सामने वाले घर की है। ग्राउंड फ्लोर के अलावा ऊपर एक मंजिल और बनी हुई है। पूरा घर 50 वर्ग गज में बना हुआ है। घर की पहली मंजिल की छत कोटा पत्थरों के स्लैब से बनाई गई थी, जो काफी पुरानी हो चुकी थी। उक्त मकान गिरधारी लाल कटारिया का है, जो बीएसईएस से 2012 में असिस्टेंट सेक्युरिटी ऑफिसर के तौर पर रिटायर हुए थे। वे अपने परिवार के साथ पास में ही स्थित एक अन्य मकान में रहते हैं।
छत पर सेंक रहे थे धूप, हो गया हादसा…
घटना शनिवार दोपहर की है। विजय का साला धर्मेन्द्र उनके घर पर मिलने के लिए आया हुआ था और ठंड होने की वजह से सभी लोग घर की छत पर धूप सेंक रहे थे। तभी अचानक छत गिर पड़ी और लोग मलबे में फंस गए। पड़ोसियों ने मामले की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी और खुद भी बचाव और राहत कार्य में जुट गए। मौके पर पहुंची उत्तम नगर पुलिस और दमकल की टीम ने करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद सभी घायलों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
मकान का चल रहा था निर्माण…
बताया जाता है कि उक्त मकान की पहली मंजिल पर विजय और ग्राउंड फ्लोर पर मुसाफिर अपने-अपने परिवार के साथ रहते थे। दोनों ने मोहन गार्डन में ही जमीन खरीदी थी, जहां इन दिनों निर्माण का कार्य चल रहा है। जानकारों की मानें तो पहले पूरा परिवार उसी जगह पर रहता था, लेकिन निर्माण कार्य चलने की वजह से दोनों उक्त मकान में किराए पर रहने के लिए आए थे। लोगों की मानें तो मकान काफी समय से जर्जर हालत में पड़ा हुआ था और जर्जर हालत होने की वजह से वह खाली था।