केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर को लेकर विवाद थम नहीं रहा है। सुप्रीम कोर्ट में आज 48 पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी थी। अब तक इस मामले में 48 पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई है। आज याचिकाकर्ताओं ने सीजेआई से अपील की वह इस मामले को ओपन कोर्ट में सुनें और जल्द सुनवाई करें।
जिसपर प्रधान न्यायाधीशने इनकार करते हुए कहा कि मामला दोपहर को तीन बजे सुना जाएगा, ओपन कोर्ट में नहीं सुना जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में आज इस केस की सुनवाई सीजेआई रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति आर एफ नरीमन, न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा की बेंच करेगी।
सबरीमाला मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, हर उम्र की महिलाएं जा सकेंगी मंदिर
इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग वाली अलग-अलग याचिकाएं सीजेआई गोगोई, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति के एम जोसेफ की पीठ के सामने सुनवाई के लिए रखी जाएंगी। कोर्ट के तत्कालीन सीजेआई दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 28 सितंबर को 4:1 के बहुमत से अपने फैसले में कहा था कि सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए। पीठ ने कहा था कि महिलाओं के प्रवेश पर इस तरह का प्रतिबंध लैंगिक भेदभाव है।