राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के तीसरे दिन कांग्रेस का प्रदर्शन उग्र हो गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के बाहर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया, हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन आरोपों से साफ इनकार किया।
बुधवार को हिरासत में लिए गए सचिन पायलट ने गुरुवार को दिल्ली में अपने आवास के पास अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, “हमें हिरासत में लिया गया था, पुलिस ने एआईसीसी कार्यालय में प्रवेश किया और लाठीचार्ज किया। पूरा देश देख रहा है …।” उन्होने अपने समर्थकों को शांतिपूर्ण रहने का निर्देश देते हुए समर्थन के लिए धन्यवाद किया।
ओम बिरला से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल, अधीर रंजन बोले-हमें पूछताछ से समस्या नहीं, लेकिन ना हो बदले की राजनीति
उन्होंने कहा कि पिछले 8 साल से लगातार सभी एजेंसियों का दुरुपयोग करके नेताओं की आवाज को दबाने का काम हो रहा है। लेकिन हम लोगों ने संकल्प लिया है कि हम गांधीवाद तरीके से सत्याग्रह कर इस सरकार पर दबाव बनाएंगे कि ये बेवजह दबाव बनाकर एजेंसियों का दुरूपयोग बंद करे।
कांग्रेस कार्यालय में प्रवेश के दौरान हिरासत में लिए गए पायलट
दरअसल, सचिन पायलट को बुधवार को उस वक्त हिरासत में लिया गया, जब वह कांग्रेस कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें हिरासत में लेने के बाद नरेला पुलिस स्टेशन भेज दिया गया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि “लोकतंत्र के लिए यह बुरा संकेत है, क्योंकि नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपने पार्टी कार्यालयों में जाने की अनुमति नहीं है।”
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ का विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें यहां 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में जाने की अनुमति नहीं दी गई और कई सांसदों का दावा है कि उन्हें घर से निकलने की भी अनुमति नहीं थी।