स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से निपटने की बेहतर नीतियां बनाने के लिए दिल्ली सरकार ने मासिक सीरो-सर्वे (रक्त जांच) कराने का फैसला किया है।
सरकार के ताजा सीरो-सर्वे के नतीजे आने के बाद यह निर्णय किया गया है। नतीजों में पाया गया कि शहर के करीब 23 प्रतिशत लोग कोविड-19 से प्रभावित हुए हैं।
सरकार के ताजा सीरो-सर्वे के नतीजे आने के बाद यह निर्णय किया गया है। नतीजों में पाया गया कि शहर के करीब 23 प्रतिशत लोग कोविड-19 से प्रभावित हुए हैं।
जैन ने कहा कि अगला सर्वे एक अगस्त से 15 अगस्त के बीच किया जाएगा।
जैन ने कहा, ‘‘ 27 जून से पांच जुलाई के बीच किए गए सीरो-सर्वे के कल नतीजे आए, जिनमें एक चौथाई लोगों में एंटीबॉडी विकसित होने की बात सामने आई, इसका मतलब वे संक्रमित हुए और ठीक हो गए।
जैन ने कहा, ‘‘ 27 जून से पांच जुलाई के बीच किए गए सीरो-सर्वे के कल नतीजे आए, जिनमें एक चौथाई लोगों में एंटीबॉडी विकसित होने की बात सामने आई, इसका मतलब वे संक्रमित हुए और ठीक हो गए।
बिहार में नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर चढ़ा, 4 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से हुई प्रभावित
जिन लोगों के नमूने लिए गए थे, उनमें से अधिकतर लोगों को नहीं पता था कि वे संक्रमित थे।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने संक्रमित होने के बाद ठीक हुए लोगों की पहचान करने और साथ ही कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर नीतियां बनाने के लिए अब और मासकि सीरो-सर्वे करने का फैसला किया है।
प्लाज्मा देने के लिए पैसे लेने की खबरों के सवाल पर जैन ने आगाह किया कि प्लाज्मा बेचने और खरीदने की कोशिश करने वालों के खिलाफ ‘‘कड़ी कार्रवाई’’ की जाएगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने संक्रमित होने के बाद ठीक हुए लोगों की पहचान करने और साथ ही कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर नीतियां बनाने के लिए अब और मासकि सीरो-सर्वे करने का फैसला किया है।
प्लाज्मा देने के लिए पैसे लेने की खबरों के सवाल पर जैन ने आगाह किया कि प्लाज्मा बेचने और खरीदने की कोशिश करने वालों के खिलाफ ‘‘कड़ी कार्रवाई’’ की जाएगी।