तीस हजारी कोर्ट में दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को लीगल नोटिस भेजा गया है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील वरुण ठाकुर ने पुलिस कमिश्नर पटनायक को नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि उन्होंने ऐसे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई, जिन्होंने धरना-प्रदर्शन किया था। नोटिस में लिखा गया है कि पुलिस के आला अधिकारियों ने वकीलों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए हैं। जो पुलिस जवान शामिल हुए हैं, उनकी पहचान की जाए और कार्रवाई की जाए।
साथ ही नोटिस में ये भी कहा गया है कि पुलिस का इस तरह से प्रदर्शन लोगों के मन में डर पैदा करता है, ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। पुलिस कमिश्नर ने प्रदर्शन कर रहे जवानों पर कोई एक्शन नहीं लिया। गौरतलब है की दिल्ली में पिछले चार दिन से वकीलों और पुलिसकर्मी की लड़ाई जारी है। इस मामले की सुनवाई आज हाईकोर्ट में होनी है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में दिल्ली पुलिस आज हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेगी।
दिल्ली पुलिस ने यह धरना प्रदर्शन 10 घंटे बाद खत्म तो करवा दिया लेकिन वकीलों की हड़ताल आज भी जारी है। बता दें कि मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया और दूसरे बार काउंसिलों को नोटिस जारी किया था। दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल ने कहा था कि वकीलों को संयम बरतना चाहिए।
हाई कोर्ट ने ये नोटिस गृह मंत्रालय के उस आवेदन पर जारी किया है जिसमें मांग की गई है हाई कोर्ट 3 नवंबर के अपने उस आदेश में बदलाव करे जिसमें कहा गया है कि वकीलों के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं की जाए। केंद्र ने कहा है कि 2 नवंबर की बाद की घटनाओं के लिए ये आदेश नहीं लागू होना चाहिए।