नई दिल्ली : राजधानी के निजी स्कूलों में नर्सरी दाखिला प्रक्रिया शुरू हुए चार दिन हो गए हैं और कुछ स्कूलों ने अब तक अपना दाखिला क्राइटेरिया अपलोड नहीं किया हैं। इस पर शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने भी सख्त रुख अपनाया है। कुछ स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए हैं।
किसी की न सुनने वाले ये स्कूल डीओई की सख्ती पर सीधे हो गए हैं। कार्रवाई के डर से बचे हुए स्कूल भी शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर अपने दाखिला क्राइटेरिया अपलोड करने लगे हैं। इस सूची में सात स्कूल और जुड़ गए हैं। सोमवार को खबर लिखे जाने तक यह आंकड़ा 1655 स्कूलों तक पहुंच गया।
तकनीकी खराबी से आ रही अड़चन
कुछ स्कूलों की वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरते वक्त अभिभावकों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है। कुछ स्कूलों की वेबसाइट में खराबी की वजह से फॉर्म भरने में परेशानी आ रही है। नर्सरी दाखिला विशेषज्ञ सुमित वोहरा ने बताया कि उनके पास भी कई अभिभावकों ने ऑनलाइन फॉर्म भरने में दिक्कत आने की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि कई स्कूलों की वेबसाइट पर सेव करने का ऑप्शन ही नहीं है। केवल प्रिंट निकाले की व्यवस्था है।
नेबरहुड पर प्वाइंट नहीं
जहां अधिकतर स्कूल नेबरहुड (नजदीक स्कूल) क्राइटेरिया को प्राथमिकता दे रहे हैं तो वहीं दिल्ली के एक बड़े और जाने-माने निजी स्कूलों ने नेबरहुड क्राइटेरिया अपलोड ही नहीं किया है। हुमायूं रोड स्थित इस स्कूल में अभिभावकों को कम दूरी (डिस्टेंस) का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। वहीं अन्य स्कूलों में नेबरहुड क्राइटेरिया को 40 से 50 प्वाइंट्स दिए जा रहे हैं।