नई दिल्ली : सिविल लाइंस स्थित डीआरडीओ कॉम्प्लेक्स में मंगलवार सुबह एक सिक्योरिटी गार्ड ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मृतक की पहचान हरजीत सिंह (51) के रूप में की है। पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जिस कारण अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।
सूत्रों की माने तो हरजीत ने पारिवारिक कारणों से यह कदम उठाया होगा। फिलहाल पुलिस आत्महत्या के सही कारणों को जानने के लिए उसके साथी व परिजनों से पूछताछ करेगी। पुलिस के मुताबिक डीआरडीओ के मेटकॉफ हाउस में डिफेंस सिक्योरिट कोर के जवान हरजीत सिंह सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर तैनात थे।
हरजीत की मंगलवार तड़के दो बजे से सुबह चार बजे तक ड्यूटी थी। सिक्योरिटी गार्ड का दो-दो घंटे की ड्यूटी के बाद रेस्ट रहता है। वह ड्यूटी खत्म होने के बाद इंसास रायफल समेत अपनी बैरक में चले गए थे। सुबह नित्यकर्म करने के बाद वह राइफल को कार्यालय में जमा करने जा रहे थे। वह परिसर के बीच में ही एक पार्क में दीवार के सहारे बैठ गए। कुछ देर बाद उन्होंने इंसास राइफल से अपनी ठुड्डी में गोली मार ली। गोली चलते ही डीआरडीओ सुरक्षा अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वह तुरंत मौके पर पहुंचे।
वहीं सूचना मिलते ही मजनू का टीला प्रभारी एसआई सुनील कालखंडे भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने हरजीत के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सब्जी मंडी मोर्चरी में भेज दिया। पुलिस की माने तो हरजीत सेना से अवकाश ग्रहण करने के बाद डिफेंस सिक्योरिटी कोर में भर्ती हो गए थे। वह 2016 से डीआरडीओ परिसर में तैनात थे।
डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। हरजीत मूल रूप से पंजाब के गुरुदास पुर का रहने वाला था। उसके परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। परिजनों से पूछताछ के बाद ही आत्महत्या के सही कारणों का पता चल पाएगा।