नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में मुस्लिम समुदाय का विरोध प्रदर्शन जारी है। पहले दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान बवाल हुआ और उसके बाद मंगलवार को दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद में प्रदर्शन अचानक उग्र हो गया। इस बीच दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने प्रदर्शनकारियों से शांति से प्रदर्शन करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करना देश के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार है जिसे करने से हमें कोई नहीं रोक सकता है लेकिन सबसे जरूरी है कि प्रदर्शन में भावनाओं को नियत्रंण में रखना। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर के बीच अंतर है। एक नागरिकता संशोधन कानून बन गया है और दूसरा एनआरसी है जिसकी केवल घोषणा की गई है, यह एक कानून नहीं है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि यह प्रदर्शन नियंत्रण में किया जाए है, हमें अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखना सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।
गौरतलब है कि मंगलवार को पूर्वी दिल्ली के दरियागंज, जाफराबाद और सीलमपुर समेत आधा दर्जन इलाकों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था। इस दौरान 20 से अधिक लोग घायल हुए तो कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई।
इस मामले में पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज कर फिलहाल 5 लोगों को हिरासत में ले लिया है। दिल्ली पुलिस प्रवक्ता एसीपी अनिल मित्तल ने देर शाम बताया कि फिलहाल इलाके में एहतियातन 5 कंपनी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।