नई दिल्ली : स्वर्गीय शीला दीक्षित के अस्थियों को इलाहाबाद, गंगोत्री व हेमकुंड साहिब में प्रवाहित किया जाएगा। परिवार के लोगों ने निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त दिल्ली के सभी बड़े पार्कों में आरडब्लूए की मदद से शीला दीक्षित की स्मृति में पेड़ लगाए जाएंगे। ताकी उनकी याद दिल्ली में हमेशा बनी रहे। इससे पहले परिवार के लोगों ने निगम बोध घाट से उनकी अस्थियां (फूल) चुनी।
दूसरी तरफ शीला दीक्षित की याद में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में शोक सभा का आयोजन किया जाएगा। आयोजन की रूप रेखा के लिए कार्यकारी अध्यक्षों की बैठक हुई है। अभी दिन और तारीख तो तय नहीं हुआ है, लेकिन इस सप्ताह में होना सुनिश्चित किया जा रहा है। इस बीच सोमवार को प्रदेश प्रभारी पीसी चाको शीला के आवास पर परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। यहां यह बता दें कि चाको शीला के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे।
दूसरी तरफ कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने सोमवार को कहा कि शीला दीक्षित के यादें, उनका आशीर्वाद सदैव कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बना रहे इसलिए उनकी स्मृति में प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय के सभागार का नाम शीला दीक्षित के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित की प्रतिमा भी प्रदेश कार्यालय में स्थापित की जाएगी।
लिलोठिया ने कहा कि शीला दीक्षित की स्मृति में सभी विधानसभाओं में ‘शीला दीक्षित नाम नहीं-प्रगति और विकास की गाथा है’ नाम से कार्यक्रम का आयोजन करके उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। दिल्लीवासियों को फिर से याद दिलाया जाएगा कि दिल्ली का जो भी विकास हुआ है उसमें शीला दीक्षित की बहुत बड़ी भागीदारी है। एआईसीसी सदस्य डा. नरेश कुमार ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर शोक प्रकट किया है।