नई दिल्ली : उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकारी दिल्ली में हो रही सीलिंग को लेकर कितने गंभीर हैं, इसका पता इसी बात से चलता है कि निगम द्वारा सीलिंग के मुद्दे पर बुलाई गई स्पेशल स्टैंडिंग कमेटी से जोनल डीसी समेत कई बड़े अधिकारी या तो नदारद रहे या देर से पहुंचे। सीलिंग के मुद्दे पर स्पेशल मीटिंग में सबसे पहले आम आदमी पार्टी के पार्षद विकास गोयल पहुंचे थे।
सभी पार्षदों ने उठाया था मुद्दा… मीटिंग में अधिकारियों के लेट आने के मुद्दे को सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षदों ने उठाया था। निगम पार्षद आदेश गुप्ता का कहना था कि अकसर देखा गया है कि अधिकारी या तो मीटिंग में लेट आते हैं या तो नहीं आते हैं। कई बार पार्षद बिना तैयारी के स्थाई समिति की मीटिंग में आ जाते हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से भी अधिकारियों के लेट होने की बात कही गई थी, जबकि कांग्रेस की दोनों निगम पार्षद भी मीटिंग में देर से पहुंची थी।
पार्षदों ने रोष व्यक्त किया…
2 बजे की मीटिंग में लगभग 15 मिनट तक इंतजार करने के बाद भी जब निगम आयुक्त समेत तमाम अधिकारी मीटिंग में नहीं पहुंचे तो भाजपा पार्षदों ने अधिकारियों को लेकर जमकर रोष व्यक्त किया। स्थाई समिति सदस्य जय प्रकाश जेपी ने कहा कि तमाम पार्षद सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए समय से मीटिंग में मौजूद हैं, जबकि खुद निगम आयुक्त समेत न तो जोनल डीसी और न ही अन्य अधिकारी अभी तक मीटिंग में पहुंचे हैं। ऐसे में सभी से जवाब तलब किया जाना चाहिए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थाई समिति अध्यक्ष तिलकराज कटारिया ने देर से मीटिंग में पहुंचे निगम आयुक्त से सख्त लहजे में कहा कि वे खुद भी समय से मीटिंग में आएं और मीटिंग में देर से आने वाले अधिकारियों और न आने वाले अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करें।
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– सज्जन चौधरी