दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर एक युवक की निर्मम हत्या ने सनसनी मचा दी है। मामले में पुलिस को सरेंडर करने वाले निहंग सिख सरदार सरबजीत सिंह को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। मामले में पहले तो किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पल्ला झाड़ लिया, वहीं अब जांच की मांग उठाई है।
हत्याकांड में सरबजीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। सरबजीत को देर रात गिरफ्तार कर क्राइम ब्रांच खरखोदा और कुंडली थाने की पुलिस सिविल अस्पताल लेकर पहुंची थी। देर रात सिविल अस्पताल में निहंग सरदार सरबजीत सिंह का मेडिकल चेकअप कराया गया था। जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम आज दोपहर में निहंग सरबजीत को कोर्ट में पेश करेगी।
हत्याकांड के बाद नीले लिबास में मीडिया के सामने आए निहंग सिख सरदार सरबजीत सिंह ने दावा किया कि मृतक ने सिखों के पवित्र ग्रंथ की ‘बेअदबी’ की थी, जिसकी उसने पीड़ित को सजा दी। अन्य निहंगों ने दावा किया कि उसने पुलिस के समक्ष ‘आत्मसमर्पण’ कर दिया है, जबकि पुलिस का कहना है कि उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक ने सिखों की पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की है। वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि निहंग उस व्यक्ति से पूछ रहे हैं कि वह कहां से आया है।
व्यक्ति को मरने से पहले पंजाबी में कुछ कहते हुए और निहंगों से माफ करने की गुहार लगाते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में दिखाई देता है कि निहंग लगातार उससे पूछ रहे हैं कि बेअदबी करने के लिए किसने उसे भेजा था। उनमें से एक व्यक्ति यह कहते सुनाई दे रहा है कि व्यक्ति ‘पंजाबी’ है न कि बाहरी और इस मुद्दे को हिंदू-सिख का रंग नहीं दिया जाना चाहिए, जबकि अन्य धार्मिक नारे लगा रहे हैं।
दरअसल, शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। युवक के दोनों हाथ काटकर पुलिस की बैरिकेड्स पर लटका दिए गए थे। पीड़ित की पहचान दलित खेत मजदूर लखबीर सिंह और पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द के निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि 35 साल की उम्र में, सिंह एक मजदूर के रूप में काम करता था, और उसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई आपराधिक रिकॉर्ड या जुड़ाव नहीं था।