नई दिल्ली : ई-मोबिलिटी को प्रोत्साहित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही राजधानी दिल्ली को आखिरकार मंगलवार को अपना पहला स्मार्ट पब्लिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन मिल गया। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येन्द्र जैन ने साउथ एक्स पार्ट-दो स्थित बीएसईएस के ग्रिड में इस चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर बीआरपीएल सीईओ अमल सिन्हा के नेतृत्व में बीएसईएस के सीनियर अधिकारी और स्थानीय विधायक मदन लाल भी मौजूद रहे।
इस योजना को जमीन पर उतारने के लिए दिल्ली सरकार और डिस्कॉम बीएसईएस संयुक्त रूप से प्रयास कर रही थीं। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि यह चार्जिंग स्टेशन, 2019-2020 में लगने वाले 50 स्टेशनों में से पहला है। वे ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में दिल्ली सरकार के दृष्टिकोण के साथ तेजी से खुद को जोड़कर आगे बढ़ने के लिए बिजली विभाग और बीएसईएस राजधानी को बधाई देते हैं।
सरकार अपने इस प्रयास को भविष्य में भी जारी रखेगी। वहीं बीआरपीएल के सीईओ अमल सिन्हा ने बताया कि अक्षय ऊर्जा को बड़े पैमाने पर प्रमोट करने के बाद अब हम इलेक्ट्रिक वाहनों और उनकी चार्जिंग को प्रोत्साहन देने में जुटे हैं।
मोबाइल एप से काम करेगा चार्जिंग स्टेशन… यह चार्जिंग स्टेशन एक मोबाइल एप के माध्यम से काम करेगा। इलेक्ट्रीफाइ नामक मोबाइल एप पर वाहन मालिक ऑनलाइन देख सकते हैं कि उनका नजदीकी चार्जिंग स्टेशन कौन सा है और किस चार्जिंग स्टेशन पर अभी चार्जिंग पोर्ट खाली है या चार्जिंग के लिए कितनी वेटिंग है। इससे चार्जिंग स्लाॅट बुकिंग के अलावा ऑनलाइन भुगतान भी किया जा सकता है। चार्जिंग का भुगतान ऑनलाइन अग्रिम भुगतान क्रेडिट/डेबिट कार्ड, ई वाॅलेट, यूपीआई और भीम एप के माध्यम से किया जा सकता है।
इस वित्त वर्ष में लगेंगे 50 स्टेशन
दिल्ली सरकार जल्द ही चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाने वाली है। इस वित्त वर्ष में बीएसईएस ऐसे करीब 50 चार्जिंग स्टेशन लगाएगी। आने वाले कुछ वर्षों के दौरान ऐसे 150 चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे।
एक वाहन के चार्ज में लगेंगे करीब 200 रुपये
एक इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने में सभी शुल्कों को मिलाकर 160 रुपये से 200 रुपये का खर्च आएगा। वाहन के संचालन में प्रति किलोमीटर 1.60 रुपये से 1.80 रुपये का खर्च आएगा, जो कि पेट्रोल, डीजल और यहां तक कि सीएनजी वाहनों के मुकाबले भी काफी सस्ता है। इनके उपयोग से सीओ-2 में भी कमी आएगी और पर्यावरण बेहतर बनेगा।