नई दिल्ली : दिल्ली में पानी को लेकर हो रही राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा शनिवार को कई स्थानों से पानी के सैंपल लिये जाने के अगले दिन रविवार को दक्षिणी निगम ने जलबोर्ड के लाजपत नगर इलाके में स्थित दफ्तर में छापेमारी करते हुए पानी के सैंपल लिये। निगम की टीम ने घरों में पानी सप्लाई करने जा रहे जलबोर्ड के एक टैंकर से पानी का सैंपल लिया।
इसके बाद वाटर ट्रॉली वाले प्लांट से भी निगम की टीम ने सैंपल लिया। हालांकि जल बोर्ड उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने निगम इस कार्रवाई का स्वागत किया पर साथ ही निगम पर कुछ सवाल भी खड़े कर दिये। मोहनिया ने कहा कि दिल्ली के पानी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में किये जाने वाले हर काम का दिल्ली सरकार एवं जलबोर्ड स्वागत करता है लेकिन दक्षिणी निगम बताए कि इस सैंपल को किस लैब में टेस्ट कराया जायेगा?
उन्होंने पूछा कि क्या निगम सैंपल कलेक्शन और टेस्टिंग की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतेगा? साथ ही निगम यह भी बताये कि वह इन सैंपल को कितने पैरामीटर्स पर टेस्ट करेगा? उन्होंने कहा कि निगम यह बताये कि उसने सैंपल कैसे लिये और उनका संरक्षण कैसे करेगा? जल बोर्ड उपाध्यक्ष ने कहा कि हम स्वयं दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से पानी के सैंपल कलेक्ट कर रहे हैं। जलबोर्ड इन सैंपल की टेस्टिंग 32 पैरामीटर्स पर कर रहा है।
इस काम में केवल सरकारी अधिकारी ही नहीं स्वयं मैं और आम लोग भी शामिल हैं। इतना ही नहीं हम इसकी रिपोर्ट में सार्वजनिक करेंगे। ऐसा ही काम निगम को भी करना चाहिए। उसे एक-दो दिन में इन सैंपल्स की जांच कराके इनकी रिपोर्ट जनता के सामने रखनी चाहिए। यहां बता दें कि इससे पहले पानी के सैंपल को लेकर आयी बीआईएस की रिपोर्ट को आप ने दिल्ली को बदनाम करने वाली बताया था।