नई दिल्ली : ईस्ट दिल्ली में चल रही सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर यूनियन अब दो धड़ों में बंट गई है। एक यूनियन ने लिखित में आश्वासन न मिलने तक हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया है तो दूसरे पक्ष ने हड़ताल खत्म कर शनिवार से काम पर लौटने का। दरअसल, शुक्रवार को ईस्ट एमसीडी मुख्यालय में महापौर बिपिन बिहारी सिंह, कमिश्नर पुनीत गोयल, सफाई कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधि के बीच बैठक हुई। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सफाई कर्मचारियों की मांगों पर जमकर माथापच्ची की गई। जिसके बाद सफाई कर्मचारियों की मांगों को मानने का आश्वासन दिया गया। इस पर एक यूनियन ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया तो दूसरे ने कहा कि लिखित में मिलने पर ही हड़ताल खत्म होगी।
एक यूनियन के यजभगवान चारन ने कहा कि हमें आश्वान मिला है कि 31 मार्च 1998 से 2017 तक कार्यरत सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा। दिल्ली सरकार से फंड मिलने के बाद इन कर्मचारियों के एरिया का भी भुगतान कर दिया जाएगा। साथ ही हड़ताल पर रहने के बाद भी 25 दिनों की सैलरी नहीं काटी जाएगी। लिहाजा हमने हड़ताल खत्म कर शनिवार से काम पर लौटने का ऐलान किया है। वहीं, दूसरे यूनियन के अध्यक्ष संजय गहलोत का कहना है कि जब तक हमारी मांगों पर लिखित आश्वासन नहीं मिलता, काम बंद हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अब हम संसद मार्ग कूच करेंगे। सोमवार को बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी संसद मार्ग पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे। बताया जा रहा है कि इस मुद्दे को लेकर सोमवार को फिर से महापौर, कमिश्नर और दूसरे आला नेता-अधिकारियों की बैठक होगी।
पूर्वी दिल्ली में फैली गंदगी के खिलाफ कांग्रेसियों का उपवास
हालांकि एक यूनियन के हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने से कुछ हद तक सफाई व्यवस्था सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है। इस संबंध में महापौर बिपिन बिहारी सिंह का कहना है कि फिलहाल 4700 पोस्ट खाली हैं। इन पोस्टों पर कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा। शनिवार से इसकी प्रक्रिया शुरू होगी। सिंह ने कहा कि दूसरी यूनियन के नेता दिल्ली के सीएम केजरीवाल के इशारे पर काम कर रहें हैं। उन्हें जानबूझकर उकसाया जा रहा है। ऐसे में हड़ताल जारी रखने का क्या औचित्य है जब कर्मचारियों की मांगों को लगभग मान लिया गया है। वहीं, इसे देखते हुए शाहदरा दक्षिणी जोन ने अपने सफाई निरीक्षकों को आदेश जारी किए हैं कि यदि शनिवार से सफाई कर्मचारी काम पर नहीं आये तो उन्हें अविलंब निलंबित किया जाए और दैनिक वेतन भोगी स्वच्छता कर्मचारी कार्य पर नहीं आये तो उसे हटा दिया जाए।