नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली की स्कूली शिक्षा प्रणाली में हुए सुधार से सभी प्रभावित हैं। देश-विदेश से शिक्षक, शिक्षाविद् व अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोग कुछ नया सीखने के उद्देश्य से दिल्ली के सरकारी स्कूलों का दौरा कर रहे हैं और अपने राज्य व देश की शिक्षा प्रणाली को दिल्ली जैसा बनाने में जुटे हैं।
इसी उद्देश्य के साथ मंगलवार को महाराष्ट्र वर्धा के शिक्षक भी दिल्ली पहुंचे। शिक्षकों ने उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से उनके दफ्तर में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शुरू की गई नई परियोजनाओं हैप्पीनेस कक्षा, एंटरप्रेन्योरशिप करिकुलम और मिशन बुनियाद के बारे में बातचीत की और इससे काफी कुछ सीखा।
सिसोदिया ने दिल्ली सरकार द्वारा लाए गए शैक्षिक सुधारों का गवाह बनने के लिए महाराष्ट्र के शिक्षकों का स्वागत किया। इस दौरान सिसोदिया ने कहा कि जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का काफी महत्व है। वहीं उन्होंने कहा कि जब साल 2015 में हम सत्ता में आए थे तो हमारे स्कूलों में पर्याप्त बुनियादी ढांचा नहीं था।
एक लंबा सफर तय करने के बाद यहां तक पहुंचे हैं। सिसोदिया ने कहा कि सरकार द्वारा स्कूलों में न केवल पर्याप्त बुनियादी ढांचे को स्थापित किया गया है, बल्कि पिछले पांच वर्षों में शैक्षिक क्षेत्र में लगातार प्रयासों से लोगों में विश्वास की भावना पैदा करने में भी सफलता प्राप्त की है।