नई दिल्ली : एम्स ट्रामा सेंटर में सर्जरी के लिए पहुंचे मरीजों को सोमवार को लौटा दिया गया। इन मरीजों को उपचार के लिए सफदरजंग व अन्य अस्पतालों को रुख करना पड़ा। रविवार को लगी आग के बाद यहां तीन ऑपरेशन थियेटर पूरी तरह से बंद रहे। जबकि अन्य की सेवाएं भी प्रभावित हुई। एम्स ट्रामा सेंटर में प्रतिदिन लगभग 22 सर्जरी होती है जबकि 340 के करीब केस पहुंचते हैं।
सोमवार को करीब ढाई बजे सड़क दुर्घटना में घायल एक युवक को लाया गया। उसके परिजन ट्रामा सेंटर में ले जाने के लिए विनती करते रहे लेकिन गार्ड ने अंदर जाने नहीं दिया। इस दौरान घायल युवक के शरीर से खून बहता रहा। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तुरंत सफदरजंग जाने के लिए कहा।
छह में से एक ओटी आज से होगी शुरू…
आग की घटना के बाद एम्स ट्रामा सेंटर में बंद किए गए ऑपरेशन थियेटर को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं आज से छह में एक ओटी शुरू हो जाएगी। एम्स अधिकारी के अनुसार अभी ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू करने और वेंटिलेटर सिस्टम को दुरुस्त करने का काम चल रहा है। सोमवार को ट्रामा सेंटर में प्रथम तल पर आग वाली जगह पानी भरा हुआ था। इसे साफ किया जा रहा था वहीं इंजीनियरों की एक टीम आग से प्रभावित हुई मशीनों और उपकरणों को ठीक करने में व्यस्त थी।
डाॅक्टरों की छुट्टी रद्द
एम्स ट्रामा सेंटर की सेवाएं प्रभावित होने के बाद सफदरजंग अस्पताल में डाॅक्टरों का वर्कलोड बढ़ गया है। सफदरजंग अस्पताल के एक सर्जन ने बताया कि काम के घंटे बढ़ा दिए गए हैं। प्रशासन ने छुट्टी पर मौजूद डॉक्टरों को भी आपातकालीन विभाग बुला लिया है।
जारी है जांच… ट्रामा सेंटर में आग कैसे लगी। इसकी जांच के लिए समिति बना दी गई है। समिति आग के कारणों की जांच करने में जुट गई है। डाॅक्टरों की जांच टीम की सोमवार को बैठक हुई। इस दौरान कुछ डॉक्टरों ने एम्स के नर्सिंग कॉलेज में कुछ दिन पहले लगी आग का मुद्दा भी उठाया। आग लगने के आपात और पुख्ता इंतजाम न होने की बात भी कुछ सदस्यों ने रखी है।