नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के तीसरे चरण के तहत निर्माणधीन पिंक लाइन पर साउथ कैंपस से मजलिस पार्क के बीच मेट्रो संचालन के लिए जनवरी के अंत तक मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) को लिखा जा सकता है। डीएमआरसी सूत्रों के अनुसार सीएमआरएस पिंक लाइन के दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस स्टेशन से मजलिस पार्क स्टेशन तक के हिस्से के सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर, सिग्नलिंग एवं अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच करेंगे। इस जांच के बाद वे लाइन को शुरू करने के लिए एनओसी देंगे। पिंक लाइन पर साउथ कैंपस से मजलिस पार्क के बीच मेट्रो का ट्रायल चल रहा है।
दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस-मजलिस पार्क कॉरिडोर का फिनिशिंग का काम भी अंतिम चरण में। पिंक लाइन (58.59 किमी) दिल्ली मेट्रो का सबसे बड़ा कॉरिडोर है। इस कॉरिडोर पर मेट्रो चलने के बाद से रिंग रोड पर वाहनों का दबाव कम होने की उम्मीद है। वैसे तो वर्ष 2016 में ही इस मेट्रो लाइन का निर्माण पूरा होना था। लेकिन जमीन विवाद के चलते इसके निर्माण में विलंब होता गया। इस वजह से इसके निर्माण को पूरा करने की समयसीमा में कई बार बदलाव किया गया।
साउथ कैंपस से मयूर विहार पाकेट-1 व त्रिलोकपुरी-शिव विहार मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण जून 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है। मयूर विहार पाकेट-1 व त्रिलोकपुरी के बीच मेट्रो कॉरिडोर के हिस्से पर कुछ पुनर्वास किया जा रहा है इन कॉलोनी वासियों को दूसरी जगह पुनर्वासित करने के लिए डीएमआरसी फ्लैट का निर्माण करा रहा है। उन्हें पुनर्वासित करने के बाद ही मयूर विहार पाकेट-1 से त्रिलोकपुरी के बीच मेट्रो का काम पूरा हो सकेगा।
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