हरिद्वार : हरिद्वार में तैनात पुलिसकर्मी और चुनाव ड्यूटी में पहुंचे करीब तीन हजार पुलिसकर्मी इस बार मतदान करने से वंचित रह गए। इस बार पुलिसकर्मियों के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था नहीं की गई। निर्वाचन आयोग इसके लिए स्वयं पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार मान रही है।
उधर पुलिस इसके लिए निर्वाचन के अधिकारियों को जिम्मेदार मान रही है। चुनाव ड्यूटी में तैनात अन्य कर्मचारियों की तरह पुलिसकर्मियों भी पोस्टल बैलेट से मतदान करना था, लेकिन निर्वाचन आयोग की ओर से उनके लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था नहीं की गई। इसी कारण पुलिसकर्मी वोट नहीं दे पाए।
निकाय चुनाव में सुरक्षा को लेकर करीब 1500 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। जबकि सामान्य तौर पर जनपद में करीब 1500 पुलिसकर्मी तैनात हैं। सभी तीन हजार पुलिसकर्मी वोट देने से वंचित हो गए। मुख्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट का कहना है कि पुलिसकर्मियों की ओर से पोस्टल बैलेट के लिए आवेदन किया जाना था, लेकिन पुलिस ने आावेदन नहीं किया।
उधर एसएसपी रिधिम अग्रवाल का कहना है कि इस बार निर्वाचन कार्यालय की ओर से कोई पत्र नहीं मिला था। आमतौर पर पहले पत्र मिलता था। फिर उसके बाद ही पुलिसकर्मियों की सूची तैयार होती है। लेकिन इस बार किसी ने भी डाक मत के लिए कोई पत्र नहीं भेजा। जिस कारण पुलिसकर्मी मत नहीं दे पाए।
एसएसपी ने नहीं दिया वोट हरिद्वार की एसएसपी रिधिम अग्रवाल अपना वोट नहीं दे पाईं। एसएसपी का वोट हरिद्वार में नहीं बन पाया था। इसी कारण वे अपना वोट नहीं दे पाईं। 13 अक्तूबर को ही रिधिम अग्रवाल को हरिद्वार का चार्ज दिया गया था।