नई दिल्ली : जेएनयू में हाजिरी अनिवार्य के फैसले को लेकर छात्रों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। जेएनयू छात्रसंघ की अगुवाई में मंडी हाउस से एमएचआरडी तक छात्रों ने मार्च किया। मार्च के दौरान छात्रों ने वीसी, रजिस्ट्रार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान छात्रों ने वीसी को हटाने की मांग की। मार्च के दौरान छात्र और दिल्ली पुलिस के जवानों के बीच थोड़ी नोकझोंक भी देखने को मिली। वहीं इस पूरे मामले को लेकर छात्रों का एक दल एमएचआरडी में अतिरिक्त सचिव से मुलाकात की।
इस दौरान छात्रों ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात कराने की मांग की। दल में जेएनयू छात्रसंघ के चारों पदाधिकारी शामिल थे। इस पूरी मुलाकात को लेकर जेएनयू छात्रसंघ के संयुक्त सचिव शुभांशु सिंह ने कहा कि यह मार्च वीसी एम. जगदीश कुमार की तानाशाही रवैया के खिलाफ था। वह किसी भी छात्र या छात्र प्रतिनिधि से नहीं मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने आरक्षण के नियमों का उल्लंघन किया है। साथ ही अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक में छात्र प्रतिनिधि की बात नहीं सुनने का भी आरोप लगाया। सिंह ने कहा कि प्रशासन ने बिना एसी की बैठक में पास हुए कैंपस में हाजिरी अनिवार्य को लागू कर दिया, जोकि पूरी तरह से जेएनयू के मूल स्वरूप को खत्म करने जैसा है। वहीं मार्च के दौरान पहली बार जेएनयू छात्रों ने आम लोगों से भी प्रदर्शन में जुड़ने की मांग की।
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