विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बृहस्पतिवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरु होने के तुरंत बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सुबह जैसे ही उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, सभापति जगदीप धनखड़ के आसन पर बैठने से पहले ही मुंह पर काली पट्टी बांधे तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के निकट दोनों ओर खड़े हो गए। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य इस बात का विरोध कर रहे थे कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है।
बीजेपी और विपक्ष ने एक दूसरे के खिलाफ की नारेबाजी
इसी दौरान अन्य विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे जबकि सत्ताधारी दल के सदस्य राहुल गांधी से माफी की मांग कर रहे थे। धनखड़ ने आसन के निकट मौजूद तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों से अपनी सीटों पर लौट जाने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया। सभापति ने इन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी लेकिन इसका कोई असर ना होता देख उन्होंने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
पीएम मोदी के बयान को लेकर विपक्षी नेताओं ने भाजपा पर किया हमला
ज्ञात हो कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष के सदस्य लंदन में राहुल गांधी द्वारा भारतीय लोकतंत्र के संबंध में की गई टिप्पणी को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विदेशी दौरों के दौरान पूर्व में भारत को लेकर की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार किया है।