नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में हो रहे धरना प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दया किया गया है। हलफनामा कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकारों में से एक वजाहत हबीबुल्लाह ने दायर किया। इस मामले में सोमवार को दो जज की पीठ सुनवाई करेगी।
वजाहत हबीबुल्लाह ने अपने हलफनामे में कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ शाहीन बाग में विरोध शांतिपूर्ण है, लेकिन पुलिस ने शाहीन बाग के आसपास बेवजह रास्ता बंद किया है। जिसकी वजह से आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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हलफनामे में कहा गया कि पुलिस ने अकारण ही मार्ग को अवरुद्ध किया है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। हालांकि स्कूल वैन और एंबुलेंस जाने की इजाजत दी जा रही है लेकिन पुलिस की चेकिंग के बाद ही इसकी अनुमति है। गौरतलब है कि शाहीन बाग की तर्ज पर शनिवार रात को जफराबाद में भी महिलाओं ने भी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया।
देर रात अचानक भारी संख्या में महिलाओं ने सड़क पर बैठकर सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी की। धरनास्थल पर सुरक्षा के मद्दे नजर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।