नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक दलों ने दिल्ली में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। इसमें सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने सभी लोकसभा क्षेत्र से अपनी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुनावी दंगल में ताल ठोक दी है। वहीं भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जोरशोर से चुनाव प्रचार में लग गए हैं। इस दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुनाव आचार संहिता का जमकर उल्लंघन किया जा रहा है।
रविवार को दिल्ली चुनाव आयोग ने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज करवाई हैं। पहले मामले में चुनाव आयोग ने कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड के बाहर करीब 2,500 कार्यकर्ताओं को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन में बुक किया। वे लोग अपनी पार्टी के समर्थन में नारे लगा रहे थे वहीं विपक्षी पार्टियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। दूसरे मामले में चुनाव आयोग ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन गेट नंबर-3 के बाहर भाजपा के 60 कार्यकर्ताओं को आचार संहिता उल्लंघन में बुक किया है।
वे लोग आप पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा के समर्थन में चौकीदार लिखे हुए टी-शर्ट पहनकर भाजपा का गुणगान कर रहे थे। वहीं अपनी पार्टी के समर्थन में एक लंबे पोस्टर पर लोगों से मोदी चित्र के साथ हस्ताक्षर अभियान चला रहे थे। चुनाव आयोग ने इस बाबत कनॉट प्लेस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है जबकि जिला चुनाव अधिकारी ने इस बाबत पार्टियों को नोटिस भेजकर इस पर जवाब मांगा है। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन में अब तक राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ 51 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
इनमें आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ 9 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 3 डीडी एंट्री है। वहीं भाजपा के खिलाफ अब तक 6 मामलों पर केस दर्ज किए गए हैं। कांग्रेस ने भी आचार संहिता उल्लंघन में खाता खोल दिया है। कांग्रेस के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन में एक एफआईआर दर्ज की गई है। डॉ रणबीर सिंह ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के बाद से चुनाव निकाय 2 लाख 10 हजार 510 होर्डिंग, बैनर और पोस्टरों को हटवा चुका है। उन्होंने बताया कि 51 मामलों में से अधिकतर एफआईआर सार्वजनिक संपत्तियों को विरूपित करने के आरोप में दर्ज की गई हैं।