नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक ने मंगलवार को लोकसभा चुनावों के मद्देनजर गठबंधन पर कहा कि अभी तक हमारे पास कांग्रेस के साथ गठबंधन के कोई संकेत नहीं हैं लेकिन हम बिना गठबंधन के ही दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें जीते रहे हैं। अपनी जीत के प्रति आश्वस्त आप के मुखिया ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पार्टी के एक आंतरिक सर्वे में पूर्णराज्य के मुद्दे पर आप के सभी लोकसभा प्रत्याशी अपने दम पर जीत दर्ज करते दिखायी पड़ रहे हैं।
केजरीवाल ने लोकसभा चुनावों में अपने सातों उम्मीदवारों की जीत के समर्थन में चार प्रमुख ऐसी बातें बतायी जो सर्वे से निकलकर सामने आयी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली यह कि पिछले डेढ़ महीने से दिल्ली सरकार द्वारा पूरी दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में जो सड़कों, सीवर, पानी की लाइनों और नालियों का निर्माण कार्य करवा रही है, उससे दिल्ली की जनता बेहद खुश है। इसीलिए वे सातों सीटों पर आप के ही सांसदों को जिताना चाहते हैं।
दूसरा यह कि लोग अब इस बात को समझ रहे हैं कि भाजपा और कांग्रेस ने आज तक दिल्ली को पूर्णराज्य का दर्जा देने की बात कही और यही बात अपने घोषणापत्र में भी डाली जो केवल झूठ था। केवल और केवल आप ही इस मुद्दे को लेकर गंभीर है इसीलिए जनता चुनावों में भाजपा एवं कांग्रेस से दूरी बना रही है और सभी लोग दिल्ली को पूर्णराज्य बनाने के लिए आम आदमी पार्टी के साथ आ रहे हैं। तीसरा बात यह है कि भारत और पाकिस्तान के बीच में जो परिस्थितियां हैं और उस पर भाजपा जो राजनीति कर रही है, वह देश की जनता को पसंद नहीं आ रही है।
सर्वे में भी हमने लोगों से पूछा था कि भाजपा को इसका फायदा होगा या नुकसान तो दिल्ली की 56 प्रतिशत जनता ने कहा कि भाजपा को इसका नुकसान होगा। आप की जीत में यह तथ्य भी बड़ी भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौथी बात यह है कि कांग्रेस ने पार्टी को सर्वोपरि मानते हुए और देश को नकारकर गठबंधन ना करने की जो बात कही, जनता उसे बखूबी समझ गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हिन्दुओं का वोट पहले भी नहीं मिलता था और जो मुस्लिम वोटर्स हैं वह असमंजस में थे परंतु अब सभी मुस्लिम समुदाय के लोग एकजुट होकर आम आदमी पार्टी की तरफ आ गए हैं। जिससे दिल्ली में सातों सीटों पर हमारी जीत पक्की है।
पीएम नहीं बल्कि पूर्ण राज्य के लिए वोट करेंगे दिल्ली वाले
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता हर बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए लोकसभा में वोट देती थी लेकिन इस बार जनता दिल्ली को पूर्णराज्य दिलाने के लिए वोट करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता सालों से वोट करती आ रही है लेकिन बदले में किसी भी सरकार ने दिल्ली की जनता को कुछ नहीं दिया।
पिछले 70 सालों से दिल्ली के लोगों का शोषण और अपमान हो रहा है। इसीलिए इस बार जनता ने पूरा मन बना लिया है कि जिस प्रकार से तेलंगाना के लोगों ने संघर्ष करके अपने लिए अलग राज्य लिया, जिस प्रकार से उत्तराखंड के लोगों ने संघर्ष करके अपने लिए अलग राज्य लिया, उसी प्रकार से अब दिल्ली की जनता भी दिल्ली को पूर्णराज्य बनाने के लिए संघर्ष करेगी और अपनी दिल्ली को पूर्णराज्य बनवाकर ही दम लेगी।
दिल्ली में महिलाएं असुरक्षित
सीएम केजरीवाल ने कहा कि 2015 में जनता ने हमें पूर्ण बहुमत से जिताकर दिल्ली की सत्ता में भेजा था। जितने काम दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में थे, हमने सभी कामों को बखूबी पूरा किया। लेकिन दिल्ली में बहुत सारे काम ऐसे हैं जो कि बिना पूर्णराज्य के संभव नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आज दिल्ली की महिलाएं दिल्ली में खुद को बेहद असुरक्षित महसूस करती हैं। दिल्ली में जगह-जगह खुलेआम शराब बिकती है।
सड़कों पर खुलेआम छीना- झपटी, गुंडागर्दी और मारपीट की वारदातें हो रही हैं लेकिन दिल्ली सरकार इसका समाधान करने में असमर्थ है। क्योंकि दिल्ली की पुलिस केन्द्र सरकार के अधीन आती है। अगर दिल्ली पूर्णराज्य होगा तो पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही तय की जा सकेगी और दिल्ली को अपराध मुक्त बनाया जा सकेगा, महिलाएं रात को 12 बजे भी अपने घर से निडर होकर निकल सकेंगी।