कांग्रेस की युवा शाखा ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से लखनऊ में पुलिस की कथित बदसलूकी के विरोध में रविवार को उत्तर प्रदेश भवन के पास प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की। दक्षिण दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही पास के असम भवन से उत्तर प्रदेश भवन की ओर मार्च करने का प्रयास किया दिल्ली पुलिस के कर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ राज्य पुलिस के इस ‘‘शर्मनाक’’ बर्ताव के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए। आईवाईसी के मीडिया प्रभारी अमरीश रंजन पांडेय ने आरोप लगाया, ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार ने कई लोगों को जेल भेज दिया है और अब राज्य की पुलिस वरिष्ठ नेताओं के साथ बदसलूकी कर रही है।
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यह (राज्य सरकार) सत्ता में बने रहने के अपने सभी नैतिक एवं सामाजिक अधिकार खो चुकी है।’’ यह कथित घटना शनिवार को लखनऊ में उस वक्त हुई जब कांग्रेस नेता सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एस आर दारापुरी के घर जा रही थीं। दारापुरी को हाल में सीएए विरोधी प्रदर्शन के मद्देनजर गिरफ्तार किया गया था।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने दावा किया कि जब वह इंदिरानगर के सेक्टर 18 में दारापुरी के घर की ओर पैदल जा रही थीं तब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, उन्हें घेर लिया गया और एक महिला पुलिसकर्मी ने उनका गला भी पकड़ लिया जबकि अन्य ने उनके साथ धक्का मुक्की की। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन आरोपों को ‘‘गलत’’ बताया है।