हमारे प्रिय अश्विनी जी की 18 जनवरी को तीसरी पुण्य तिथि है। जैसे कि आपको मालूम है कि अश्विनी जी एक निर्भीक सम्पादक ही नहीं, वे सच्चे देश भक्त और राजनेता के साथ-साथ अच्छे, नेक विचारों वाले समाजसेवी भी थे। उनकी उच्च भावनाओं, आदर्शों से लगाया गया वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब रूपी पौधा आज वट वृक्ष बन चुका है। मेरी सभी शाखाध्यक्षों से व सदस्यों से अनुरोध है कि क्यों न हम उनके पुण्य स्मृति दिवस पर 15 से 18 जनवरी तक देशभक्ति गीत गुनगुनाते हुए, मधुर भजनों को गाते हुए, समाजसेवी कार्यों को बढ़ावा दें।
जरूरतमंदों की सेवा करें। इसकी की शुरुआत स्वामी दिव्यानंद जी ने कर दी है। स्वामी दिव्यानंद जी ने अपना आशीर्वाद हमारी तीन पीढिय़ों से लगातार बनाया हुआ है। स्वामी गीता नंद जी और मेरे दादा ससुर स्व. लाला जगत नारायण जी का सपना था कि बुजुर्गों के लिए देश में काम होना चाहिए। मैं पूरी कोशिश कर रही हूं, उनका आदेश निभाने की। साथ ही उनके सपने को पूरा करने में स्वामी दिव्यानंद जी का पूरा सहयोग मिलता है। वो हर साल आकर स्व. लाला जी, स्व. रमेश जी और स्व. अश्विनी जी द्वारा स्थापित किये गए पंजाब केसरी के सभी कर्मचारियों को आशीर्वाद देते हैं। इसी भावना को रखते हुए मैं वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब सदस्यों और पंजाब केसरी के कर्मचारियों को देशभक्ति गीत, या भजन के साथ समाजसेवा करते हुए दो मिनट की वीडियो बनाकर हमें भेजे। इसके साथ ही अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। सभी वरिष्ठ सदस्य घने कोहरे व ठंड से बचते हुए अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें। वैसे भी इतनी ठंड है कि जो कभी सौ साल पहले पड़ी थी। डाक्टरों का भी कहना है कि बुजुर्ग शीत लहर, ठंड में जल्दी घर से बाहर न निकलें। मेरे लिए आपका स्वास्थ्य ठीक रहना जरूरी है। घर के आंगन या अन्दर सुरक्षित रहकर टहलें, सैर करें, या सरल आसन व्यायाम करें। कपड़े आरामदायक, गर्म व हल्के पहनें। कोई आवश्यक कार्य हो तो सूर्य की रोशनी में ही करें।