सच ही कहा है कि कोई भी गुनहगार मां के पेट से पैदा नहीं होता या तो उसे हालात बनाते हैं या बुरे लोगों का साथ। युवा एक निर्मल बहते पानी की तरह होता है। जिस तरफ रास्ता मिले वह बह जाता है। पंजाब में नशे के आदी युवक हों या कश्मीर में आतंकी बने युवक हों, उन्हें कच्ची उम्र में इस कदर बहला-फुसला कर उनका ‘ब्रेन वाश’ कर दिया जाता है कि उनकी अपनी सोचने-समझने की शक्ति समाप्त हो जाती है। हमारे सामने कई ऐसी मिसालें हैं।
अभी ताजी मिसाल कश्मीर के एक आतंकी युवक आरिफ की है जो बुरे तत्वों के दुष्प्रचार से गुमराह होकर एक पखवाड़े पहले आरिफ हुसैन बट घर से जिहादी बनने निकला था, उस वक्त उसके जेहन में केवल एक बात भर दी गई थी कि कश्मीरियों और इस्लाम की दुश्मन सिर्फ भारतीय फौज है और उसने ठान लिया था आैर वीडियो जारी करके भी कहा, वह हिन्दोस्तानी फौज को उखाड़ देगा, खदेड़ देगा क्योंकि वह कश्मीर की दुश्मन है।
जिहाद की राह पर चन्द दिन के सफर ने ही आरिफ को सच्चाई से रूबरू करा दिया। उसको अहसास हो गया कि उसे आतंकी वर्दी नहीं बल्कि सुरक्षाकर्मी की वर्दी पहननी चाहिए थी जो देश की रक्षा करती है, युवकों की रक्षा करती है। वह और उसके मित्र आदिल अपने ही आतंकवादी ग्रुप के लोगों के शिकार बने जिन्हें समझा गया कि वह पाक के खिलाफ हैं और उसके सामने उसके मित्र आदिल को गोलियों से भून दिया और वह जब भागने लगा तो उसकी टांग पर गोली मारकर जख्मी कर दिया गया है तब आरिफ ने सोचा कि फौज उसे मार देगी परन्तु जख्मी आरिफ को फौज ने बचाया आैर अस्पताल में भर्ती कराया और उसे सही रास्ते पर चलने के लिए रास्ता दिखाया। जख्मी आरिफ को अब समझ लग गई कि हमारा दुश्मन कौन है, इसलिए वो कहता है कि जब मैं ठीक होकर घर जाऊंगा तो सबसे पहले उन लोगों के खिलाफ जिहाद का ऐलान करूंगा जो मेरे जैसे लड़कों को गुमराह कर जिहादी बनाते हैं।
सच में पाकिस्तान हमारे कश्मीर और पंजाब के युवकों को गुमराह कर उनकी जिन्दगी बर्बाद कर रहा है। पंजाब में ड्रग भेजकर और कश्मीर में धर्म के नाम पर, पंजाब में ड्रग्स के आदी होकर लाखों घर उजड़ रहे हैं और कश्मीर के कई घरों के चिराग बुझ रहे हैं। परन्तु उम्मीद पर दुनिया कायम है। अब जब हमारे देश के गृहमंत्री अमित शाह जी से कुछ उम्मीद जागी है जो कश्मीर की व्यवस्था ठीक करने पर लगे हैं। वहां के राज्यपाल भी सही कदम उठा रहे हैं।
अगर यह कश्मीर की समस्या को सुलझा पाएं तो सदियों तक इनका नाम जीवंत रहेगा क्योंकि हमारा भारत देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक धर्मनिरपेक्ष देश है और सब जगह एक कानून, एक व्यवस्था होनी चाहिए। मुझे लगता है आने वाले समय में यह होगा और किसी घर का बेटा आतंकी नहीं बनेगा। कोई किसी जवान बच्चे को धर्म और लालच के नाम पर आतंकी नहीं बना पाएंगे। शहीद औरंगजेब के दोनों भाइयों ने फौज ज्वाइन कर अद्भुत मिसाल कायम की है। अमित शाह जी के सशक्त कदमों से यही आहट आ रही हैः-
‘‘अब कोई गुलशन न उजड़े,
अब वतन आजाद है।’’