सड़क पर चलते हुए बदतमीजियां, किसी भी सार्वजनिक स्थल पर लड़कियों पर फब्तियां कसना और बदतमीजी करना यह सब क्या हो रहा है? किसी के खिलाफ भी बदतमीजी करना और फिर झगड़ा आखिरकार यह समाज को क्या हो गया है? बसों में बदतमीजी, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में बदतमीजी और अब जहाजों में बदतमीजी की घटनाएं बढ़ रही हैं। सवाल पैदा होता है कि आखिरकार यह क्या हो रहा है? हर घटना में नारी को बिना मतलब के टारगेट पर लिया गया है और सारी बदतमीजियां उसी के साथ हो रही हैं। एक तरफ देश की बेटियां राष्ट्र की शान में झंडे गाड़ रही हैं। शिवा चौहान जैसी बेटी दुनिया में सबसे ऊंची बर्फ की चोटी सियाचिन में पहली महिला सैनिक के रूप में तैनात होकर देश का नाम रोशन कर रही है और उसी गौरवशाली भारत के नागरिक हवाई यात्रा के दौरान बिजनेस क्लास में सफर करते हुए किसी महिला के ऊपर पेशाब कर देते हैं। सचमुच इस घटना को सुनकर सिर शर्म से झुक जाता है। यह घटना एक बार नहीं, दो बार हुई। दोनों घटनाएं एयर इंडिया के विमानों से जुड़ी हैं। एक विमान न्यूयॉर्क से आ रहा था जबकि दूसरा पेरिस से आ रहा था।
शर्मनाक बात यह है कि न्यूयॉर्क वाले केस में लगभग एक महीने बाद इस शर्मनाक घटना का खुलासा होता है और शंकर मिश्रा नाम का अमीरजादा ऐसी बदतमीजी करके फरार हो जाता है। हालांकि उसकी कंपनी ने उसे दो दिन पहले नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। लेकिन सवाल पैदा होता है कि एयर इंडिया ने इस घटना का खुद संज्ञान क्यों नहीं लिया और क्रू-मेंबर खामोश क्यों रहे? अभी इस घटना को लेकर हर तरफ थू-थू हो रही थी कि ऐसी ही घटना और सामने आयी। कहने का मतलब यह है कि हवाई यात्राओं के दौरान इस प्रकार अगर गुनहगारों को नजरंदाज किया जाता रहेगा तो देश की शान का क्या होगा? यह खबर अकेले भारत में वायरल नहीं हुई, पूरी दुनिया के लोग इसके बारे में जब जान रहे होंगे तो वे भारत के प्रति क्या नजरिया रखेंगे। हवाई यात्रा अपने आप में बहुत संवेदनशील सफर है जो कभी अनुशासन के लिए जाना जाता था। पिछले हफ्ते ही सीट के झगड़े को लेकर फ्लाइट में एक यात्री ने दूसरे यात्री की पिटाई की, यह वीडियो भी वायरल हुआ।
हैरानी इस बात की है कि एक विमान में प्रवेश करने पर एयरलाइंस की ओर से अनुशासन और अपनेपन को लेकर बड़ा ऊंचा तामझाम प्रस्तुत किया जाता है कि जैसे यात्री को बड़ा ऊंचा दर्जा दिया जा रहा है। लेकिन यात्रियों को शराब परोसना और इस दौरान विमान परिचालिकाओं से बदतमीजी की बातें तो आम हैं। हद तो नशे में ऐसे अमीरजादों द्वारा महिलाओं के सामने पेशाब कर देना यह कहां की शराफत है। ऐसी घटनाएं कभी न हो इसके लिए ठोस व्यवस्था की जरूरत है। हवाई यात्राओं के दौरान तरह-तरह के किस्से वायरल होते रहते हैं लेकिन हमारा एतराज बदतमीजियों को लेकर है। इस मामले में कुछ नये कायदे कानून लागू करने होंगे। पूरे देश को शर्मसार कर देने वाले लोग अगर सिर्फ तीस दिन की हवाई यात्रा से प्रतिबंधित कर दिये जाने के बाद कल फिर यही हरकत करेंगे तो उनके हौंसले बढ़ते ही रहेंगे। इन्हें अपराध की श्रेणी में रखते हुए कम से कम पांच वर्ष तक का कारावास अगर तयकर दिया जाये तो कोई ऐसी जुर्रत नहीं करेगा। सोशल मीडिया पर लोग अपनी भावनाएं इसी अंदाज में अभिव्यक्त कर रहे हैं। कभी हमारे देश में डोमेस्टिक फ्लाइट्स में शराब परोसी जाती थी जो अब लगभग बीस वर्ष से बंद हो चुकी है। अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों में शराब अभी भी परोसी जाती है। हवाई सफर केवल अमीरों का सफर नहीं बल्कि आम आदमी इसलिए भी करता है ताकि इमरजेंसी में इसका लाभ ले सके। लेकिन अनेक लोगों ने हवाई यात्रा को अय्याशी समझ रखा है। ऐसे लोगों को सबक सिखाना बहुत जरूरी है।
सड़कों पर सामाजिक जीवन में बदतीमीजियां अक्सर अखबारों की सुर्खियां बनकर पब्लिक के बीच में और चैनलों पर छाई रहती हैं। इस दिशा में कोई अलग विभाग बनाना होगा बदतमीजी करने वाले हवाई यात्रियों के लिए अगर मौके पर ही ऐसी व्यवस्था कर दी जाये जो उन्हें सबक सिखा सके, उसका स्वागत किया जाना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति किसी लड़की के साथ हवाई यात्रा के दौरान बदतमीजी करता है तो ऐसे यात्री के साथ सामाजिक तौर पर ऐसी ही सजा की व्यवस्था कर दी जाये कि वह दोबारा यह हरकत नहीं करेगा। यह आम लोगों की सोशल मीडिया पर खुली प्रतिक्रिया है। हालांकि यह प्रेक्टिकल है या नहीं मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहती लेकिन मेरा मानना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान होना ही चाहिए। सुखद हवाई यात्रा हो या रेल सफर या फिर बस का सफर किसी के साथ बदतमीजी करने का कोई हक नहीं है।