शादियों के नाम पर ऑनलाइन ठगी! - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

शादियों के नाम पर ऑनलाइन ठगी!

आज के समय में सिस्टम तेजी से बदल रहे हैं। हर चीज ऑनलाइन है। यहां तक कि शादी करवाने के लिए कल तक वैवाहिक विज्ञापन जो अखबारों में दिये जाते थे वे अब ऑनलाइन हो चुके हैं।

आज के समय में सिस्टम तेजी से बदल रहे हैं। हर चीज ऑनलाइन है। यहां तक कि शादी करवाने के लिए कल तक वैवाहिक विज्ञापन जो अखबारों में दिये जाते थे वे अब ऑनलाइन हो चुके हैं। बड़ी बात यह है कि शादियों के लिए रिश्ते इतनी आसानी से नहीं मिलते। यूथ अपनी पसंद की शादियां करने लगे हैं। ऐसे में अच्छा पार्टनर, योग्य वर और वधू ढूंढने के लिए कई ठगों के गिरोह सक्रिय हैं। वे भोले-भाले लड़के वालों और लड़की वालों को अपना शिकार बनाते हैं। अगर आप ऑनलाइन रिश्ता करवा रहे हैं या ढूंढ रहे हैं तो सावधान हो जाइये। हफ्ता भर पहले एक ठग ने दिल्ली एनसीआर में मैट्रोमोनियल ऐप बनाया। शुरूआत कुंडली मिलान से हुई। ज्योति​षी से तमाम अड़चनें दूर करने के नाम पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से पैसे मांगे। इतना ही नहीं। मैट्रोमोनियल साइट पर लड़का-लड़की और उनके परिवार की मीटिंग के लिए ऑनलाइन पैसे मांगे। लोग पैसे देने लगे। वह सुंदर-सुंदर लड़कियों और लड़कों की फोटो डीपी पर लगाता था जिससे लड़के-लड़कियां और उनके माता-पिता आकर्षित हो जाएं। पंद्रह दिन बाद वह डीपी पर जयमाला वाली फोटो लगा देता था कि अब उनकी शादी उसके माध्यम से हो गई है। लगभग 200 से ज्यादा लड़के और लड़कियों को शादी तय कराने और रिश्ते फिक्स कराने के बाद दो ऐसे जालसाज पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। वह लाखों रुपया ठग चुके हैं। 
सच बात तो यह है कि ऑनलाइन  के नाम पर ठगी का जाल धीरे-धीरे एनसीआर में तेजी से फैल रहा है। हमारा सिर्फ इतना कहना है कि ऐसे साइबर क्राइम करने वाले लोग आखिरकार किस तरह अपना ऐप तैयार कर लेते हैं और उनका ऐप बनाने वाली कंपनियों पर एक्शन क्यों नहीं होता। ऐसे लोग वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर ठगी का काम कर रहे हैं। उनकी जो साइट है वह किस कंपनी के माध्यम से बनी है इसका पता तो लगाया ही जाना चाहिए। या फिर ऐसी कंपनियों के खिलाफ नियम कड़े किये जाने चाहिए जो ऑनलाइन ऐप तैयार करके देती हैं। यद्यपि साइबर क्राम के विरुद्ध सरकार और प्रशासन लोगों को अलर्ट करती रहती है परंतु आज के युग में जब सबकुछ डिजिटल हो रहा है तो लुटेरों ने तो धंधा चला ही रखा है। 
हफ्ता पहले ही नोएडा पुलिस की साइबर टीम ने एक ऐसे नाइजीरियन युवक को पकड़ा जो लड़कियों को शादी का झांसा देकर अपनी पत्नी की मदद से गैंग चला रहा था। कई मॉडल की फोटो से छेड़छाड़ करके उन्हें डीपी पर डालता और युवकों और युवतियों को शिकार बनाता। यह हैकिंग भी जानता है। जैसे ही लड़का और लड़की के लिए कोई  ग्रुप एक्टिव हो जाता तो इन्हें हैकिंग टैक्नीक से पता चल जाता था कि उनका संपर्क हो रहा है और वह दोनोंं पार्टियों के यहां गिफ्ट भेज देता था। इसके बाद उनसे पैसे ऐठ लेता था और शादी का झांसा देकर माल बटाैरता था। बात यही नहीं खत्म होती। एनआरआई लड़के और लड़कियों की मीटिंग कराने और शादियां फिक्स करने के नाम पर इस शातिर गुनाहगार ने लंबे-चौड़े रिश्तों की और शेटल करवाने की फोटोज प्रकाशित कर रखी थी। 
किसी से कस्टम ड्यूटी के नाम पर तो किसी से रिश्तों के नाम पर आई विदेश से रकम को ट्रांसफर करवाने के लिए लाखों रुपये की मांग करता और हजारों में सेटल कर लेना यह आम बात थी। आखिरकार इस व्यक्ति के खिलाफ बीस लोगों की पुलिस टीम ने जाल बिछाया तो पता चला खंडाला, मुंबई, गोवा, दिल्ली, कोचिन, बैंगुलुरु से जुड़े रिश्तों के नाम पर उसने पुरानी पोस्ट डालकर लोगों को धोखा दिया। ऐसी ऑनलाइन सर्विस लेने से पहले लोगों को खुद अलर्ट रहना होगा। 
आज भी केवाईसी अपडेट के नाम पर दिल्ली में तरह-तरह के साइबर क्राइम हो रहे हैं। पुलिस सबको अलर्ट करती रहती है लेकिन अनेक शातिर अपराधी अपने आपको केवाईसी अपडेट करने के लिए किसी कंपनी का अधिकारी बताकर फोन करते हैं और कहते हैं कि कृपया किसी को अपना अकाउंट नंबर न दें। इसके बाद दोबारा विश्वास में लेकर आपको सुरक्षित रखने का आश्वासन देकर आपके अकाउंट नंबर को सुरक्षित बनाने के नाम पर आपका नंबर ले लेते हैं और उसी से खेल कर देते हैं। ऐसे लोगों से बचाव का एक ही तरीका है कि इनके प्रलोभन में न आये और किसी किस्म का गिफ्ट या ईनाम अगर कोई आपको ऑफर कर रहा है तो सावधान हो जाइये। शादी के नाम पर साइबर क्राइम का यह घिनौना रूप और अपराधी ज्यादा सक्रिय हैं। सुरक्षित रहे और किसी से ऑनलाइन के मामले में कोई ऐसा काम न करें जो आपको खतरे में डाल दें। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

twenty − nineteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।