ग्रेटर फरीदाबाद : सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक ने फर्जी मुनाफा दिखाकर 5 साल में इनकम टैक्स में रूप में 400 करोड़ रुपये भर दिए। जबकि बैलेंस शीट के अनुसार बैंक 1700 करोड़ रुपए के नॉन परफॉर्मिंग असेट्ज (एनपीए) के बोझ तले दबा हुआ है। ये आरोप सोमवार को राजा नाहर सिंह महल में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स ऑर्गेनाइजेशन के चीफ को-ऑर्डिनेटर मुकेश जोशी की तरफ से लगाए गए।
उन्होंने कहा कि एक तरफ गुड़गांव ग्रामीण बैंक ताजा आंकड़ों के अनुसार लगभग 1700 करोड रुपए के नॉन परफॉर्मिंग असेट्ज के बोझ के तले दबा हुआ है, तो वहीं पिछले 5 सालों में बैंक के चेयरमैन रह चुके 3 लोगों ने मुनाफा दिखाकर बैंक को 400 करोड़ का नुकसान इनकम टैक्स के माध्यम से कर किया। आरोप है कि अभी तक बैंक की गुजरे वित्त वर्ष की बैलेंस शीट भी पब्लिश नहीं हुई है। दो बार बोर्ड की मीटिंग में रखने के बाद भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने बैलेंस शीट पर साइन नहीं किए हैं।
इस 400 करोड़ के घोटाले के अलावा जोशी ने बताया कि यदि सारे मामलों की जांच की जाए तो करोड़ों अरबों रुपए का और भी घोटाला उजागर हो सकता है। जोशी का आरोप है कि केंद्र व सीएम विजिलेंस सहित अन्य कई एजेंसियां यह मान चुकी है कि बैंक के कुछ लोगों ने नुकसान होने के बावजूद 400 करोड़ रुपए का घोटाला कर गलत ढंग से प्रमोशन भी ले लिया है।
आरोप है कि अपनी प्रमोशन और कमीशन के चक्कर में सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के चेयरमैन प्रवीण जैन, डॉ़ एमपी सिंह और वर्तमान चेयरमैन एके नंदा ने बैंक को मोटा घाटा पहुंचा दिया। मुकेश जोशी ने सरकार से मांग की है कि इन बैंक के बड़े अधिकारियों के खिलाफ जांच कराई जाए और इनसे बैंक को किए गए घोटाले की रकम वापस कराई जाए।