हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में गृह मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को रोहिंग्या मुसलमानों पर एक बड़ा बयान दिया। हरियाणा में रोहिंग्यों के फिर से बसने वाली अटकलों पर विज ने कहा कि उनके बारे में जानकारी इकट्टी की जा रही है। अगर ऐसे मामले सामने आते हैं तो निश्चित ही इसमें कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अनिल विज ने कहा कि निश्चित तौर पर भारत एक धर्मशाला तो है नहीं कि जिसका दिल करे वो यहां आकर रुक जाएं और ठहरने लग जाएं। उसका हम इंतजाम करेंगे। जानकारी के अनुसार, बीते दिनों ऐसी खबरें आई थीं कि देश के अलग-अलग राज्यों में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों ने अब हरियाणा का रुख कर लिया है और वो यहीं बसना चाहते हैं।
कुछ राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को तुरंत उनके देश वापस भेजने की दिशा में कदम उठाएं। रोहिंग्या मुसलमानों और बांग्लादेशी नागरिकों सहित भारत के अलग-अलग राज्यों में बसे हुए हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जम्मू में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों की बायोमीट्रिक जानकारी सहित अन्य विवरण जुटाने का काम भी शुरू कर दिया।
रोहिंग्या म्यामांर के बांग्लाभाषी अल्पसंख्यक मुसलमान हैं। अपने देश में प्रताड़ना और उत्पीड़न से परेशान होकर काफी संख्या में रोहिंग्या बांग्लादेश के रास्ते अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करके जम्मू सहित देश के विभिन्न भागों में बस गए हैं। म्यामांर से आए रोहिंग्या मुसलमानों का सत्यापन के दौरान उनकी बायोमीट्रिक जानकारी, रहने का स्थान आदि सहित अन्य सूचनाएं जुटाई जा रही हैं।