भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को जननायक जनता पार्टी (जजपा) के साथ गठबंधन कर लिया जिसने 90 सदस्यीय विधानसभा में 10 सीटें जीती हैं। इसके बाद आज यानी शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चंडीगढ़ में एक बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता चुने जाएंगे और इसके बाद वह राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा करेंगे। वही, चौटाला के उपमुख्यमंत्री बनने की उम्मीद है।
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाने के लिए बहुमत से भाजपा के छह अंक दूर रहने के बाद पार्टी के शीर्ष नेता गुरुवार की रात से ही बहुमत जुटाने के प्रयासों में तेजी से जुटे हुए थे। सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्थिति को भांपते हुए पूरे चुनाव परिणाम आने से पहले ही जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला से बात की थी।
इसके बाद कल रात भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जजपा नेता दुष्यंत चौटाला के साथ आयोजित संवाददाता सम्मेलन कर गठबंधन का ऐलान किया। शाह ने संवाददाताओं से कहा, “हरियाणा में मतदाताओं के जनादेश के साथ जाते हुए दोनों पार्टियों ने निर्णय किया है कि भाजपा और जजपा साथ मिलकर सरकार बनाएंगी। मुख्यमंत्री भाजपा से होगा जबकि उप मुख्यमंत्री जजपा से होगा।”
उन्होंने कहा कि गठबंधन जनादेश की “भावना” के अनुरूप है। संवाददाता सम्मेलन में शाह और चौटाला के अलावा खट्टर और भाजपा के अन्य नेता मौजूद थे। चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि हरियाणा में स्थिरता के लिए गठबंधन जरूरी था। बृहस्पतिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना में भाजपा को 40 सीटें मिलने के बाद पार्टी के शीर्ष नेता सक्रिय हो गए थे। भाजपा का सीटों का आंकड़ा बहुमत से छह कम रह गया था। सात निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा को समर्थन की घोषणा की है।
भाजपा का चौटाला को अपने पाले में लाने का निर्णय जाटों को तुष्ट करने की उसकी इच्छा को रेखांकित करता है जिससे कि उसकी सरकार सुचारू तरीके से चल सके। राज्य में प्रभावी जाट समुदाय के बारे में माना जाता है कि उन्होंने हाल के चुनावों में भाजपा के खिलाफ वोट किया। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि उसे सरकार के बने रहने के लिए निर्दलीयों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के गुरुवार को आए परिणाम में कोई भी दल बहुमत हासिल नहीं कर पाया। 75 पार का लक्ष्य लेकर चली भाजपा 40 सीटों पर सिमटकर 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े 46 से छह अंक दूर रह गई। कांग्रेस को 31 सीटें मिलीं ।