रोहतक : भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके सांसाद बेटे दीपेंद्र हुड्डा को घर में ही घेरने की योजना बनाई है। प्रदेश कार्यसमिति ने 90 दिनों में रोहतक लोकसभा क्षेत्र केे हर घर में दीपक जलाकर दस्तक देने की योजना बनाई है। इस अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ता घर-घर में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा करवाए गए विकास कार्यों व जनहित के कार्यों की अलख जगाएंगे।
इस अभियान के पीछे भाजपा का लक्ष्य पूर्व मुख्यमंत्री को अपने गृह जिले में ही घेरना है ताकि वे अपने घर से बाहर न निकल पाएं। भाजपा का निशाना लोकसभा चुनाव में रोहतक लोकसभा सीट पर है। भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह कई महीने पहले अपने रोहतक दौरे के दौरान भी भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को रोहतक लोकसभा सीट कांग्रेस से छीनने के निर्देश दे गए थे। रोहतक लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार का करीब तीन दशकों से कब्जा है।
इस सीट पर भूपेेंद्र सिंह हुड्डा चार बार और उनका बेटा दीपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार तीन बार सांसद चुने गए हैं। उन्होंने अपनेे प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार ओम प्रकाश धनखड़ को एक लाख 80 मतो से पराजित किया था। इनेलो उम्मीदवार शमशेर सिंह खरकड़ा को एक लाख 51 हजार मत हासिल हुए थे। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के दौरान भी कांग्रेस केवल रोहतक में ही अपना खोलने में कामयाब हो पाई थी।
भाजपा के सात और इनेलो के दो तथा कांग्रेेस का मात्र सांसद ही चुने गए थे। इस बार भाजपा का लक्ष्य प्रदेश की सभी दस लोकसभा सीटों पर कब्जा करना है। इसके लिए भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति ने राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल केे नेतृत्व में अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। भाजपा ने रोहतक लोकसभा सीट की कमान सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर व प्रभारी अरविंद यादव को सौंपी है। नगर निगम चुनाव में भाजपा के मंत्रियों ने फरवरी 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए दंगों के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया था।
भाजपा को निगम चुनाव में इसका फायदा भी मिला। उससे प्रोत्साहित होकर ग्रोवर ने निगम चुनाव में भाजपा का कब्जा होने के बाद दंगों व हिंसक घटनाओं को लेकर सीधे रूप से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर दोषारोपण शुरू कर दिया है। जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा लोकसभा चुनाव में भी इस मामले को भुनाने की तैयारी में है। कांग्रेस ने भी जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए दंगों के मामले में भाजपा को घेरने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पूर्व विधायक भारत भूषण बतरा ने तो पिछले दिनों पत्रकारवार्ता करकेे दंगों की रोकथाम मेें असफल रहने के लिए भाजपा सरकार को दोषी ठहराया था। अब उपरोक्त मामले में भाजपा व कांग्रेेस में जबरदस्त जंग छिड़ गई है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पिछले कई दिनों से रोहतक में डेरे डाले हुए हैं। इतना ही नहीं उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी अब रोहतक के ज्यादा दौर कर रहे हैं और अपने बेटे की सीट को बचाने के अभियान में जुटे हुए हैं।
भाजपा ने चुनावी रणनीति के अभियान के तहत भाजपा ने बूथ समितियों को संगठन को और सशक्त करने , युवा सम्मेलन करने, व्यापारी सम्मेलन करने व अनुसूचित जाति सम्मेलन करके लोगों क ो भाजपा के साथ जोडऩे की रणनीति तैयार की है। दो दिसंबर को भाजपा ने प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में मोटरसाइकिल यात्राएं निकालने का भी फैसला लिया है। भाजपा मोटर साइकिल यात्राओं के माध्यम से भी केंद्र व प्रदेश सरकार के कार्यों का प्रचार करेगी।
निगम चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थित मेयर पद के उम्मीदवार सीता राम सचदेवा केे करारी पराजय के बाद न तो अभी तक भूपेंद्र हुड्डा और न ही उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा रोहतक आए हैं। अब यह तो समय ही बताएगा कि भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में लोकसभा सीट पर कब्जा करने में कामयाब हो पाती है कि नहीं।
(मनमोहन कथूरिया)