हिसार : हिसार जिले के उकलाना खंड के गांव भैरी अकबरपुर की ढाणियों में रात को लगभग 12 बज कर 40 मिनट पर बिजली की तार से करंट आने के कारण दो बच्चियों समेत तीन की मौत हो गई। ऐसा बताया जाता है कि सुरेश कुमार को भी बिजली करंट के झटके लगे उसे बचाते वक्त बचाने वाले जगदीश को करंट का झटका लगा।
जबकि इस घटना में तीन बच्चियों तथा एक पुरुष सुरेश कुमार की आग में झुलसने से हालत गंभीर बनी हुई है। रात्रि काल में ही गांव में सत्संग होने के कारण गांव के लगभग 100 लोगों ने इस आग को बुझाने का काम किया। जबकि अग्निशामक मशीन व एंबुलेंस भी पक्का रास्ता ना होने के कारण बीच में फंस गई।
वहीं आग को बुझाते वक्त सुरेश के भाई प्रभु के हाथ झुलस गए।चारों को हिसार के दो निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। जहां इनका इलाज चल रहा है। वहीं इसके अतिरिक्त घर की छत भी पत्थरों से बनी हुई थी। पत्थर भी आग कारण नीचे गिरे हैं। पंखे भी जलकर पिघलन गये।
इस कांड से कुछ सवाल जरूर खड़े हो गए हैं क्योंकि बिना दरवाजे का यह बरामदा जिसमें बच्चे भी सोए हुए थे कि आखिर पूर्ण रूप से कोई क्यों नहीं बच पाया। जबकि अगर थोड़ी सी आग लगी थी तब भागे क्यों नहीं। क्या करंट की तार ही सीधी उन पर गिरी थी? जिस कारण करंट लगने से मौत हुई। असल में मामला तो पूर्ण रूप से जांच के बाद ही साफ हो पाएगा जबकि मामला शार्ट सर्किट का अभी तक बताया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने की जांच
सूचना मिलने पर घटनास्थल पर आज प्रात: पुलिस अधीक्षक फतेहाबाद दीपक सिंह (जिनके पास हिसार का भी चार्ज था) पहुंचे और उन्होंने गहनता से जांच की। वहीं उन्होंने बताया कि मामले की जांच हर प्रकार से की जाएगी। और हर पहलू को देखा जाएगा। कि किस प्रकार यह दर्दनाक हादसा हुआ।
वहीं पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि जो भी प्रशासन से संभव मदद होगी उसके लिए प्रशासन पीछे नहीं हटेगा। टीम द्वारा सबूत जुटाए जा रहे हैं। प्रशासन किसी प्रकार की भी कोताही नहीं बरतेगा वहीं उन्होंने यह भी बताया कि रात्रि काल से ही पुलिस अपने कार्य में जूट चुकी है। उकलाना आटो मार्केट में काम करने वाले सुरेश कुमार की इस घटना के बाद में जहां पूरी ऑटो मार्केट बंद नजर आई । क्योंकि यह एक परिवार का हादसा बड़ा दर्दनाक था।
बाल कल्याण समिति सदस्य जगदीश असीजा ने भी निरीक्षण किया। क्योंकि इस मामले में बच्चियों की मौत हुई थी साथ ही 3 बच्चे झुलसे हुए हैं मामले का संज्ञान लेने के लिए स्वयं पहुंचे। परिवार में सुरेश का भाई प्रभु जो पास ही कमरे में सोआ हुआ था उठे उसने पानी की बौछार आग पर काबू पाने का प्रयास किया। साथ ही पड़ोस के लोगों को बुलाया मौके पर पड़ोसी ठाकुर पहुंचे वही जगदीश मंडा, बलवंत सिंह व सुरेश ने घायलों को बचाने का काम किया।
– राज पराशर