चंडीगढ़ : बसपा प्रभारी डा. मेघराज ने स्पष्ट किया कि बसपा को इनेलो से कोई शिकायत नहीं थी, लेकिन चौटाला परिवार में विघटन के कारण इनेलो-बसपा गठबंधन कमजोर हो रहा था और भाजपा को सत्ता से उखाड़ने का मकसद पूरा होता नहीं दिख रहा था। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से गठबंधन करने का फैसला कार्यकर्ताओं की भावनाओं के अनुरूप किया गया है और पार्टी सुप्रीमो मायावती ने इसकी सहमति दी है।
सैनी ने कहा कि यह गठबंधन दो दलों का गठबंधन न होकर दिलों का मेल है। गठबंधन बसपा सुप्रीमो मायावती के आशीर्वाद से हुआ है। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले व बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने इस देश में समानता का जो सपना देखा था उसे साकार करने के लिए दोनों पार्टियां साथ आई हैं। दोनों पार्टियों की विचारधारा एक है और दोनों मिलकर इस प्रदेश व देश से सभी तरह की असमानता खत्म कर समानता को स्थापित करना चाहती हैं।
इस गठबंधन को लेकर दूसरे दलों की तरफ से भी प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं और हाल में इनेलो से निष्कासित सांसद दुष्यंत चौटाला ने बसपा से इनेलो का गठबंधन टूटने पर कहा कि यह इनेलो ही स्पष्टीकरण दे कि ऐसा क्यों हुआ? इसी तरह प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राम बिलास शर्मा ने बसपा व लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के गठबंधन को जीरो करार दिया।