यहां पर शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक युवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश पांचाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में उपस्थितों के बीच मुख्य वक्ता रूप में बोलते हुए यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह के शहादत दिवस पर उन्हे नमन करते हुए कहा कि पंजाब तो क्या पूरा देश सरदार बेअंत सिंह के बलिदान को हर्गिज नही भुला सकता है। उन्होने शांति और सदभावना के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी लेकिन उग्रवाद को नही पनपने दिया। उनकी कुर्बानी से पंजाब को आतंकवाद से छुटकारा मिला।
उन्होने सरदार बेअंत सिंह की 22 वर्ष पहले हुई हत्या को काला दिन बताते हुए कहा कि पंजाब सिविल सचिवालय परिसर में एक बम धमाके में बेअंत सिंह की हत्या कर दी गई थी। उनकी शहादत के बाद सरकार ने उग्रवाद के खात्मे और पंजाब में अमन, चैन, शांति कायम होने पर ही दम लिया लेकिन दुख की बात ये है कि देश की एकता व अखंडता की रक्षा करने के लिए अपनी कुर्बानी देने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के स्मारक का निर्माण आज भी अधर में लटका हुआ है। यदि इस स्मारक पर सरकार एक करोड़ रुपए सालाना भी खर्च करती तो ये स्मारक अब तक पूरा बन जाना था।
पुलिस की जो टुकड़ी सरकार ने समाधि की सुरक्षा के लिए लगाई है, उनके लिए भी गर्मी, सर्दी, बरसात से बचने के कोई मुक्कमल इंतजाम नही है। स्वच्छ भारत का नारा देने वाली मोदी सरकार ने समाधि पर डयूटी देने वालों के लिए शौचालय और पीन के लिए स्वच्छ पेयजल तक का प्रबंध नही किया है। जिससे जाहिर है कि केन्द्र सरकार शहीदों की अनदेखी कर रही है जबकि भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरदार बेअंत सिंह के जबरदस्त प्रशंसक रहे है। आज बेअंत सिंह के परिवार से एक सदस्य विधायक तो दूसरा देश की सर्वोच्च पंचायत लोकसभा में सांसद है। फिर भी उनका स्मारक नही बन पा रहा है।
रोहताश बेदी ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद कभी भी किसी जात, बिरादरी, कौम, धर्म के नही अपितु सबके सांझा होते है। ऐसे वीर शहीदों और क्रांतिकारियों पर आजाद भारत के सभी देशवासियों को नाज है। देश की युवा पीढ़ी को शहीद बेअंत सिंह जैसे क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और भ्रष्टाचार समेत समाज में व्याप्त कुरीतियों के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। इस मौके पर उन्होने मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार पर जमकर कड़े राजनीतिक प्रहार किए और आरोप लगाया कि यह सरकार झूठ की राजनीति पर टिकी है।
तीन साल बीतने के बावजूद अभी तक यह सरकार कुछ नही कर पाई है। प्रदेश में कानून व्यवस्था का निकला जनाजा और बिगड़े हालात किसी से छुपे नही है। अपराधी सड़कों पर दनदनाते घूम रहे है। शरीफ लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। बहन, बेटियों की इज्जत खतरे में है। महंगाई और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। आए दिन राज्य में कही ना कही रोजाना बलात्कार, गैंगरेप, लूटपाट और हत्याओं से साफ है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार अपराधों पर नकेल कसने और अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में नाकाम साबित हो रही है। बेरोजगारी पहले से ज्यादा बढ़ी है। गरीबों का जीना दुश्वार हो गया है। बाजार में हरा धनिया 250 रुपए प्रति किलो और आमी 80 रुपए किलो, टमाटर 100 रुपए से लेकर 120 रुपए किलो बिकने से लोग चटनी से भी रोटी नही खा पा रहे है।