जींद : एससी-एसटी एक्ट में बदलाव को लेकर दलितों का गुस्सा भारत बंद के दौरान इस कद्र सिर पर हावी था कि उन्होंने बीच में आने वाले व्यक्तियों को भी लपेटने में हिचकिचाहट नहीं की। लघुसचिवालय में अपने काम के लिए पहुंचे आम आदमी पार्टी के जींद हल्का प्रधान लक्ष्मीनारायण बंसल जब अपनी गाड़ी को खड़ी कर रहे थे, तो दलित युवाओं की उनसे झड़प हो गई। इस दौरान कुछ दलित युवाओं ने उनके कपड़े फाड़ दिये। दलित नेता महासिंह भूरानिया ने बीच में आकर बीच-बचाव भी किया और गुस्से में आएं युवाओं को तितर-बितर कर दिया। आप नेता बंसल जब अपनी गाड़ी से वापिस निकलने लगे तो दलित युवाओं ने उनकी गाड़ी पर लाठी और डंडे बरसाने शुरू कर दिये।
इस दौरान जहां गाड़ी का शीशा बुरी तरह से टूट गया, वहीं लक्ष्मीनारायण बंसल चोटिल हो गए। जब आप नेता की गाड़ी पर ताबड़तोड़ लाठिया बरस रही थी तब पुलिस का एक भी जवान बचाव में सामने नहीं आया। लक्ष्मीनारायण बंसल लाठियों की बोछार के बीच से किसी तरह गाड़ी निकालने में कामयाब हो गये। बुरी तरह से चोटिल हुए आप नेता ने प्रदर्शकारियों को खरी-खोटी सुनानी सुनाते हुए कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण होना चाहिए, ना कि किसी की जान लेने की कोशिश होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उन पर हमला एक सोची समझी साजिश के तहत करवाया गया है। लेकिन जो विरोधी दलितों की आड़ में उन पर हमला करा रहे है, वे इससे घबराएंगे नहीं। उन्होंने कहा कि लघुसचिवालय के बाहर जहां डीसी और एसपी के कार्यालय है, वहां पर उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। इसलिए अधिकारियों को ही उन उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने उन पर हमला किया है। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के हल्का प्रधान पर जानलेवा हमला करने के मामले में पुलिस अज्ञात लोगों पर मुकद्दमा दर्ज करने की सोच बना रही थी। हालांकि देर शाम तक किसी भी उपद्रवी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं हुआ था।
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– संजय शर्मा