रेप समेत तीन आपराधिक मामलों में दोषी गुरमीत राम रहीम को हरियाणा सरकार ने 21 दिन की फरलो को मंजूरी दी है। वह इस समय हरियाणा की रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। राम रहीम अब रोहतक से सिरसा मौजूद अपने डेरे के लिए रवाना होंगे। रेप और हत्या के मामले में 2017 में पकड़े जाने के बाद से राम रहीम को पहली बार फरलो मिली है। इस फैसले के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
मीड़िया रिपोर्टस केअमुसार राम रहीम हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में सजा पूरी कर रहे हैं। आपको बता दें कि फरलो एक तरह से छुट्टी की तरह होती है। साथ ही राम रहीम को फरलो मिलने से इसे पंजाब कि राजनित गरमा सकती है क्योकि विधानसभा चुनाव के साथ जोड़ा जा रहा है। सिरसा से लगते हुए पंजाब के इलाकों में डेरा सच्चा सौदा का प्रभाव रहा है।
बीते साल 2017 को CBI कोर्ट ने सुनाई 20 साल की सजा
आपको बता दें कि गुरमीत राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में पंचकूला की कोर्ट में बीते 25 अगस्त 2017 को पेश किया गया था। इस दौरान CBI की स्पेशल कोर्ट ने उसे दोषी करार देते हुए सुनारिया जेल में भेज दिया था। हालांकि बीते 27 अगस्त को इस मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में ही CBI की कोर्ट लगाई गई, जिसमें रामरहीम को 20 साल की सजा सुनाई गई। वहीं, पत्रकार मर्डर केस में भी राम रहीम को दोषी करार दिया गया था। इसी दिन से रामरहीम जेल में सजा काट रहा है।
पंजाब में 300 के करीब डेरे
गौरतलब है कि पंजाब में 300 के करीब डेरे हैं। इनमें से करीब 10 डेरों के समर्थकों की संख्या लाखों में है, जिनमें राधास्वामी ब्यास, डेरा सच्चा सौदा, निरंकारी, नामधारी, दिव्य च्योति जागृति संस्थान, डेरा सचखंड बल्लां, डेरा बेगोवाल के नाम प्रमुख हैं। वहीं, पंजाब चुनाव में अगर डेरों का समर्थन मिल जाए तो पार्टियों को बड़ा वोट बैंक हासिल हो सकता है। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से लेकर शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों डेरा ब्यास व डेरा सचखंड बल्लां में नतमस्तक होने पहुंचे थे। हालांकि इनमें से कोई भी नेता इस बार अब तक कोई डेरा सच्चा सौदा नहीं गया है।