रोहतक : महम के विधायक बलराज कुंडू ने पीजीआई के कुलपति कार्यालय पहुंच कर पहले तो वीसी को सम्मानित किया और फिर उन्हें व निदेशक को साथ लेकर पीजीआई के वार्ड 12 स्थित अमृत योजना स्टोर पर छापेमारी की। विधायक ने कुलपति व डाक्टरों को खरी खरी सुनाई और कुलपति चुप्पी साधे रहे। कुलपति यह बात दोहराते रहे वे मामले की जांच करवाएंगे, जबकि विधायक का आरोप है कि अमृत स्टोर पर बाजार से महंगे दरों पर आर्थो इम्पलांट व दवाईयां बेची जाती है और इस बारे में कुंडू ने कुलपति को दवाईयां खरीद के कागजात भी सौंपे।
दरअसल विधायक कुंडू ने एक दिन पहले कार्ड बनवाकर अमृत स्टोर से दवाईयां खरीदी थी और वहीं दवाईयां बाहर काफी सस्ते रेटो में मिली, जिसको लेकर विधायक ने इस फर्जीवाडे का खुलासा किया है। विधायक ने कहा कि इस तरह का भ्रष्टाचार नहीं होने देगे। कुलपति ने उसी वक्त मामले की जांच के आदेश दे दिए और कहा कि कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कडी कारवाई की जाएगी।
विधायक ने यहां तक कहां कि निदेशक ने आदेश जारी कर अमृत स्टोर से ही दवाईयां खरीदने के निर्देश दे रखे है, इसको लेकर भी विधायक ने जबाव मांगा है। विधायक की इस छापेमारी से पीजीआई में हडकंप मचा हुआ है। वीरवार सुबह दस बजे महम के विधायक बलराज कुण्डु मीडिया कर्मियों के साथ कुलपति कार्यालय पहुंचे और कार्यालय में मौजूद वीसी डॉ. ओपी कालरा को सम्मान में माला पहनाई।
विधायक ने कहा कि कुलपति ने अमृत योजना की शुरूआत की है, वह बेहतर है, इसलिए उनका सम्मान किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद विधायक कुलपति व निदेशक डॉ. रोहताश यादव को साथ लेकर पीजीआई के वार्ड 12 स्थित अमृत स्टोर पर ले जाकर फर्जीवाडे का खुलासा किया। विधायक ने खुद खरीदी दवाईयों के बिल कुलपति को दिखाएं और बताया कि अमृत स्टोर व बाहर मेडिकल स्टोर पर दवाईयों के रेटो में काफी अंतर है, जबकि अमृत स्टोर पर सस्ती दवाईयां मिलनी चाहिए थी, लेकिन मरीजों को लूटा जा रहा है।
अमृत स्टोर पर डाक्टरों व विधायक के बीच काफी तनातनी भी हुई और विधायक ने डाक्टरों पर मिलीभगत कर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि जबरदस्ती मरीजों से अमृत स्टोर से दवाईयां खरीदवाई जा रही है और इस बारे में निदेशक ने आदेश तक जारी कर रखे है।