चंडीगढ़ : हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि वाल्मीकि समाज के बच्चों के शैक्षणिक उत्थान के लिए राज्य सरकार द्वारा शैक्षणिक संस्थानों में ए और बी वर्गीकरण के हिसाब से दाखिले किए जाएंगे, ताकि इस समाज के बच्चे पढ़ाई में अव्वल हों और भविष्य में होने वाली सभी प्रतियोगिताओं में मैरिट पर आएं तथा अपनी योग्यता के आधार पर रोजगार प्राप्त कर सकें।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों की दिक्कतों को दूर करने व उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया गया है। श्री बेदी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि, संत शिरोमणि रविदास, संत कबीर दास तथा डॉ. भीम राव अंबेडकर जैसे सभी महान संतों व पुरुषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मनाया जा रहा है, जिससे सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिला है।
उन्होंने कहा कि जिला कैथल के मुंदड़ी में महर्षि वाल्मीकि विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। यह पहला विश्वविद्यालय है, जिसका नामकरण भगवान वाल्मीकि के नाम पर किया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में सफाई कर्मियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई कर्मियों के कल्याण के लिए जितनी भी योजनाएं लागू की गई है, अधिकारी उनका लाभ देना सुनिश्चित करें। इस कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
वाल्मीकि समाज के युवाओं को मिलेगा इसका फायदा
राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में समाज के हर वर्ग के साथ-साथ वाल्मीकि समाज के उत्थान के लिए भी अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में जो वर्गीकरण किया गया है, उसका उद्देश्य है कि गरीब व वंचित वर्ग की शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाया जाए, जिससे भविष्य में समाज के सभी बच्चे उचित मुकाम तक पहुंच सकें।
पहले किसी भी सरकार ने सफाई कर्मचारियों के बारे में नहीं सोचा था, परन्तु वर्तमान सरकार ने वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मियों के लिए अनेक कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों की स्थिति को सुधारने और उनकी दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रदेश में सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया गया है।
इस आयोग में वाल्मीकि समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है, ताकि सफाई कर्मियों की सभी समस्याओं को दूर किया जा सके। राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी करके उन्हें 11 हजार रुपए मासिक दिए जा रहे हैं।
(आहूजा)