पानीपत : भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि प्रदेश में गठित हुई भाजपा व जजपा गठबंधन की सरकार को किसानों की समस्याओं का समाधान करने का काम करना चाहिए। पराली जलाने के आरोप में किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। लेकिन भाकियू प्रदेश में किसान विरोधी नीतियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगी।
रतन मान बृहस्पतिवार को किसान भवन में भाकियू की प्रदेश स्तरीय किसान पंचायत को संबोधित कर रहे थे। वहीं पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ सरकार द्वारा केस दर्ज करने के विरोध में किसान पंचायत में उपस्थित किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रतन मान ने कहा कि गत 26 नवंबर को जींद में सरकार विरोधी प्रदर्शन करके पराली जलाने के आरोप में हजारों किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए अपराधिक मामलों को रद्द करने के लिए सरकार को आगामी 31 दिसंबर तक का वक्त दिया गया है, अन्यथा नए वर्ष की एक जनवरी को भाकियू के बैनर तले सीएम सीटी करनाल में हजारों किसान सामुहिक गिरफ्तारी देगें।
जिसके लिए आज की मासिक किसान पंचायत में कार्यकर्ताओं की डयूटियां लगाई गई है। मान ने कहा कि प्रदेश की करीब सभी गन्ना मीलों का पिराई सत्र शुरू हो चुका है। लेकिन सरकार द्वारा किसानों के गन्ने के भाव में अभी तक भी बढ़ौतरी नही की गई है और गठबंधन सरकार चुपी साधे हुई है। इसलिए भाकियू सरकार से मांग करती है कि गन्ने का भाव चालू सीजन के लिए 400 रूपए प्रति क्विंटल किया जाए।
क्योंकि गन्ना छिलाई की लेबर में गत वर्ष की तुलना में 15 से 20 रूपए प्रति क्विंटल का हिजाफा हुआ है। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन, भूप सिंह दलाल, प्रदेश संगठन सचिव श्याम सिंह मान, पूर्व प्रधान जयकरण कादियान, युवा नेता सुमेर सिंह कुंडू, जगबीर सिंह दादरी, यशपाल राणा करनाल, बलविंद्र जेनपुर, बनी सिंह राणा, छज्जूराम कंडेला, बारूराम जींद, प्रदीप मिर्चपुर, ऋषिपाल नांदल, ओमप्रकाश जाटल, बलजीत राठी, सत्यनारायण बांगड, कामरेड भीम सिंह, अशोक कुमार भिवानी, बलवंत सिंह कैथल सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।