चंडीगढ़ : हरियाणा देश का संभ्वत पहला ऐसा राज्य है जहां इमरजेंसी के दौरान जेल जाने वाले लोगों को सम्मान दिया है। इससे पहले हरियाणा में इस श्रेणी के लोगों को को अहमियत नहीं दी जाती थी। पहली बार सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार इस दिशा में एक योजना बनाकर आगे बढ़ी। सत्ता में आने के बाद हरियाणा सरकार ने पहली बार वर्ष 2016 में ऐसे 891 लोगों को चिन्हित करके ताम्र पत्र देकर सम्मानित किया जिन्होंने आपातकाल के दौरान जेल काटी थी।
यही नहीं सरकार द्वारा वर्तमान में शुभ्रज्योत्सना मुफ्त बस सफर योजना के तहत जेल वाले पुरूष अथवा महिला तथा उनके एक सहयोगी को हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में मुफ्त बस सफर की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह योजना राज्य परिवहन की देशभर में जाने वाली बसों में लागू होती है। इसके अलावा हरियाणा सरकार द्वारा इस श्रेणी के लोगों के लिए पेंशन योजना भी लागू की गई है। वर्तमान में हरियाणा में 503 लोगों को शुभ्रज्योत्सना पेंशन योजना के तहत दस हजार रूपए प्रति माह पेंशन की दी जा रही है।
हरियाणा के समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा में विभागीय अधिकारियों के माध्यम से 595 लोगों द्वारा आवेदन किया गया जिनमें से 503 की पेंशन लागू हो चुकी है और 87 के आवेदनों की जांच का काम जारी है। इसी प्रकार 1039 लोगों द्वारा ई-दिशा के माध्यम से आवेदन किया गया है। जिनके दस्तावेज पूरे करवाए जा रहे हैं।
सीएम आज होंगे रूबरू : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जब से सत्ता में आए हैं तभी से स्वतंत्रता दिवस अथवा गणतंत्र दिवस के अवसर पर इमरजेंसी के दौरान जेल जाने वालों को सम्मानित किया जाने लगा है। जिसके चलते मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को हरियाणा के उन सभी लोगों को अपने आवास पर बुलाया है जिन्होंने इमरजेंसी के दौरान जेल काटी है। मुख्यमंत्री रात्रि भोज के बहाने उन सभी लोगों के संस्मरण साझा करते हुए वर्तमान सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में भी बातचीत करेंगे।
(राजेश जैन)