कुरुक्षेत्र : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश को खुशहाल बनाने के लिए राज्य सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक खासकर किसानों को खुशहाल बनाने का काम कर रही है। इस सरकार ने सबसे पहले किसानों को खुशहाल बनाने के लिए लागत मूल्य से डेढ गुणा फसलों का मूल्य देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। सरकार के इस निर्णय से किसानों के जमीन के पट्टे, फसलों के ऋण का ब्याज, औजारों की घिसावट का मूल्य, किसानों के पसीने की एक-एक बूंद और बीज तथा खाद सहित अन्य तमाम खर्चो को जोड़ कर लागत का 50 प्रतिशत अधिक फसल मूल्य देने का काम किया है।
इस तरह 14 फसलों का न्यूनतम मूल्य निर्धारित करके किसानों को खुशहाल बनाने के द्वार खोल दिए है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल वीरवार को कनैक्ट टू पीपल कैम्पेन के दौरान गांव कलसानी और ठोल अनाज मंडी में सभाओं को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी, राज्यमंत्री कर्णदेव काम्बोज, लाडवा विधायक डॉ. पवन सैनी, भाजपा के प्रदेश महामंत्री वेदपाल, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, जिला परिषद के चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी ने सबसे गांव कलसानी के सरपंच सर्वजीत सिंह और ठोल अनाज मंडी में व्यापारी रमन बंसल के प्रतिष्ठान पर कार्यकर्ताओं के साथ चाय पी और अपने मन की बात को सांझा किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री का गांव कलसानी और ठोल में हजारों लोगों ने बड़े जोश और उत्साह के साथ स्वागत किया। इतना ही नहीं सरपंच सर्वजीत सिंह, महामंत्री रविन्द्र सांगवान, जगदीश सांगवान, आढ़ती एसोसिऐशन के प्रधान रमन बंसल ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर और शाल भेंटकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव कलसानी और ठोल से उनका सालों पुराना समबन्ध रहा है। इस धरा के लोगों से जो स्नेह मिला है, उसको कभी भूला नहीं पाएंगे। इसलिए बिना किसी बड़े कार्यक्रम के सिर्फ गांव के लोगों से रुबरु होने और अपने मन की बात को सांझा करने के लिए आमजन के बीच पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिछले साढे 3 साल में लोगों को खुशहाल बनाने के उदेश्य से 5200 घोषणाएं की और इनमें से 3500 घोषणाओं को पूरा कर लिया गया है। इतना ही नहीं एक तिहाई घोषणाएं इसी साल की गई है, जिन्हें निकट भविष्य में पूरा कर लिया जाएगा। सरकार का सिर्फ एक लक्ष्य है कि प्रदेश के नागरिक को किस प्रकार खुशहाल बनाया जा सके। इस प्रदेश के नागरिकों के साथ-साथ किसान वर्ग को खुशहाल बनाने के लक्ष्य की तरफ सरकार आगे बढ़ रही है ताकि सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दौगुना किया जा सके।
(रामपाल शर्मा)