ह‌रियाणा : सरकार से निराश 120 द‌लितों ने अपनाया बौद्ध धर्म - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

ह‌रियाणा : सरकार से निराश 120 द‌लितों ने अपनाया बौद्ध धर्म

NULL

जीन्द और आसपास के क्षेत्र के करीबन 120 दलितों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है। सरकार द्वारा मांगें न माने जाने से ‌निराश इन दलित परिवारों ने दिल्ली के लदाख बौद्ध भवन में जाकर यह धर्म अपनाया है। सरकार के प्रति अपना रोष जाहिर करते हुए 120 दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाया। सरकार के द्वारा मांगे पूरी ना की जाने के बाद इन परिवारों ने दिल्ली के लद्दाख बौद्ध भवन में जाकर बौद्ध धर्म को अपनाया। दलित नेता दिनेश खापड़ ने बताया कि वह पिछले 113 दिनों से जींद में धरना दे रहे थे, लेकिन राज्य सरकार ने हमारी एक भी बात नहीं सुनी।

उन्होंने बताया कि कई बार हमारे समाज के लोग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मिले, लेकिन सरकार की ओर से सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। उन्होंने बताया कि हम कोई नई मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि जो सरकार ने वादे किए थे उन्हीं को पूरा करने के लिए कह रहे हैं।

क्या हैं मांगें?

  •  गैंगरेप केस की सीबीआई जांच की जाए
  • ईश्वर हत्याकांड के परिजनों को नौकरी दी जाए
  • जम्मू में शहीद हुए दलित परिवार को नौकरी दी जाए
  • एससी/एसटी एक्ट में अध्यादेश लाया जाए।

दिनेश खापड़ ने कहा कि जब सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। उनका आरोप है कि हिंदू समाज के ठेकेदार दलितों का शोषण करने में लगे हैं, ऐसे में धर्म बदलना मजबूरी बन गया था।

आपको बता दें कि पिछले कुछ समय में दलितों के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी हुई है, इसके अलावा हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी एक्ट में किए गए बदलाव के बाद भी दलितों का रोष देखने को मिला था।

 

 

देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

five × 1 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।