चंडीगढ़ : लोकसभा चुनाव में बडा मिथक तोडते हुए सोनीपत, रोहतक के कांग्रेसी गढ को ढहाने में कामयाबी रही भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जन आशीर्वाद यात्रा के बहाने सोनीपत, रोहतक व झज्जर जिला में दमदार दस्तक दी है। जाटलैंड में दो दिन के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के रथ का पहिया 200 से अधिक स्थान पर स्वागत और संबोधन के लिए रूका, जहां कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बडी संख्या में आमजन भी सडक पर उत्सुकता के साथ उनकी झलक पाने के लिए उमडा।
ऐसा माहौल भाजपा की कांगे्रसी दबदबे वाले हलकों में बढत को दर्शाने के लिए काफी है। हरियाणा में नजदीक आ रहे विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अब विरोधी राजनीतिक दलों को उनके गढ में घेरने की रणनीति को अंजाम देना शुरू कर दिया है। कालका से जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर निकले मुख्यमंत्री मनोहर लाल वर्ष 2014 में भाजपा का मजबूत किला साबित हुए जीटी रोड बैल्ट से होते हुए जाटलैंड में दमदार एंट्री करने में कामयाब रहे हैं।
पानीपत की इसराना विधानसभा से सोनीपत जिला की बरोदा विधानसभा के गांव चिडाना से ही भाजपा द्वारा जाटलैंड में कांग्रेस पर हावी होने की रणनीति साफ तौर पर देखी जा सकती थी। आमतौर पर शहरी पार्टी के तौर पर मानी जाने वाली भाजपा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के रथ का पहिया सीधे गांवों की ओर मोड दिया। गन्नौर, सोनीपत व खरखौदा, झज्जर व बहादुरगढ के थोडे से क्षेत्र को छोड दिया जाए तो मुख्यमंत्री का रथ अधिकांश समय ग्रामीण क्षेत्र में रहा।
हजारों की भीड़ के मध्य छिड़ी स्वागत की होड़
जाटलैंड के महत्वपूर्ण इन दो जिलों रोहतक, सोनीपत में लोकसभा चुनाव में कांगे्रस को करारी शिकस्त दे चुकी भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव में भी अपने प्रदर्शन को शानदार तरीके से जारी रखने की रणनीति को जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से अंजाम दिया है। शुक्रवार और सोमवार को इन दोनों लोकसभा के तीन जिलों से गुजरी यात्रा के दौरान बरोदा, गोहाना, गन्नौर, सोनीपत, राई, खरखौदा, गढी-सांपला किलोई, बेरी, झज्जर व बहादुरगढ में 200 स्थानों पर स्वागत, पुष्पवर्षा के कार्यक्रम तथा हुए।
मुख्यमंत्री भी हर स्वागत वाले कार्यक्रम में रथ रोककर खिडकी में बैठे-बैठे संबोधन भी करते रहे और लोगों की पगडी, माला एवं स्मृति चिह्न लेते रहे। मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मची होड और हर स्थान पर हजारों आमजन द्वारा गगनभेदी नारों के साथ स्वागत करना मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अभिभूत कर रही है, वहीं यह दर्शाने के लिए काफी है कि भाजपा की पैठ अब शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी बेहतर है।
संघ प्रचारक से जननेता बने मनोहर लाल खट्टर
कभी कांग्रेस की पैठ रहे इन जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन और बिना पर्ची-बिना खर्ची योग्यता आधार पर नौकरियां और उपलब्धियों पर हामी भरवाते तो कभी विपक्ष के विकास में भेदभावपूर्ण नीति पर कटाक्ष करते नजर आए।
एक स्थान से दूसरे स्थान पर उमडे हजारों के जनसमूह को मुख्यमंत्री मनोहर लाल 8 सिंतबर को रोहतक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजय संकल्प रैली के लिए आमंत्रित करना नहीं भूलते। संघ प्रचारक के बाद अब एक राजनीतिक व्यक्ति के तौर पर उनके बदले हुए तेवर जननेता की भांति नजर आ रहे हैं, जिसकी चर्चा आमजन के मध्य होती है।