हरियाणा की राजनीति में शोक की लहर उत्पन्न हो गई है क्योंकि हरियाणा के पूर्व राज्यपाल एवं बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष धनिक लाल मंडल का कथित तौर से निधन हो गया है। वर्ष 90 की उम्र में उन्होंने अंतिम सास ली और देश को अलविदा कह दिया है। इस दुखद घटना पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और सीएम मनोहर लाल खट्टर ने औपचारिर रूप से पूर्व राज्यपाल के निधन पर शोक व्यक्त किया और नमन किया ।
राज्यपाल ने ट्वीट करके दी श्रद्धांजलि
Deeply grieved at the passing away of former Haryana Governor Shri Dhanik Lal Mandal ji.My heartfelt condolences to the bereaved family, friends and admirers!May God grant eternal peace to the departed soul. Om Shanti 🙏— Bandaru Dattatreya (@Dattatreya) November 14, 2022
दत्तात्रेय ने ट्वीट किया, ‘‘ हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल के निधन की खबर सुन काफी दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार, दोस्तों और उनके समर्थकों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। ओम शांति।’’
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि मंडल को हमेशा एक कुशल राजनेता, प्रशासक और एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर याद किया जाएगा।उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है। एक कुशल राजनेता, प्रशासक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उन्हें सदैव याद रखा जाएगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शांति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि।’’मंडल 1990 से 1995 तक हरियाणा के राज्यपाल थे।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्वीट कर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। मंडल ने बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के तौर पर भी सेवाएं दी थीं।
कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ समाजवादी नेता, बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल के निधन की खबर दुःखद है। उनका निधन सामाजिक एवं राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से दुःख पहुंचा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ धनिक लाल मंडल का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें तथा उनके परिजन को धैर्य धारण करने की शक्ति दें।’’
मंडल का जन्म 30 मार्च 1932 को बिहार के मधुबनी के बेलहा में हुआ था। मंडल 1967, 1969 और 1972 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए। वह 1967 में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रहे।मंडल 1977 में लोकसभा के लिए चुने गए और जनवरी 1980 तक गृह राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने सेवाएं दी। वे 1980 में दूसरी बार लोकसभा के लिए चुने गए थे।