चंडीगढ़ : केंद्रीय भूतल परिवहन, जहाजरानी एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान रणनीतिक कार्यशैली के तहत कर्नाटक व तामिलनाडु के बीच चल रहे जल विवाद को सुलझा लिया है अब हरियाणा व पंजाब का जल विवाद सुलझाने का समय आ गया है। गडकरी बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कर्नाटक व तामिलनाडु के बीच वर्षों से चले आ रहे जल विवाद को सुलझाया है।
अब हरियाणा और पंजाब के बीच भी विवाद खत्म होगा। पंजाब व हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाए जाने से देश की राजधानी दिल्ली व पड़ोसी राज्यों में फैलने वाले प्रदूषण पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने के आरोपों से घिरते रहे हरियाणा और पंजाब अब पराली जलाने की बजाए इसका इस्तेमाल बायो सीएनजी बनाने पर करेंगे। दोनों सूबों द्वारा पराली को जलाने की बजाए बायो सीएनजी तैयार करने की रणनीति का खुलासा करते हुए गडकरी ने कहा कि पराली से बायो सीएनजी बनाने का ट्रायल सफल हो चुका है और हरियाणा और पंजाब जल्द ही इसे अपने यहां अपनाएंगे।
इससे प्रदूषण को खत्म करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पिछले कई साल से पंजाब व हरियाणा में किसानों द्वारा पराली को जलाने से देश की राजधानी व अन्य पड़ोसी राज्यों में पर्यावरण पर संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि पांच टन पराली से एक टन बायो सीएनजी का निर्माण हो सकता है। इसका सफल ट्रायल हो चुका है। जिसे बहुत जल्द हरियाणा व पंजाब में लागू करके यहां यहां पराली से फैलने वाले प्रदूषण को खत्म किया जाएगा।
(राजेश जैन)