नई दिल्ली : तीन दिन बीतने के बाद भी पार्टी हाईकमान अभी तक हरियाणा के बारे में कोई फैसला नहीं ले पाया है। हुड्डा समर्थकों की निगाहें सोनिया गंाधी के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। हालांकि सोनिया गांधी बारी-बारी से हरियाणा के सभी गुटों से मुलाकात कर रही हैं मगर हुड्डा गुट को फैसले का इंतजार है।
इससे पूर्व सीएम हुड्डा ऊहापोह में हैं। वह फिलहाल समर्थक विधायकों और अन्य नेताओं के साथ विचार-विमर्श में जुटे हुए हैं। कांग्रेस आलाकमान की तरफ से अब तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मनमाफिक कोई निर्णय नहीं आया है। हुड्डा आलाकमान के फैसले की घड़ी के इंतजार में हैं।
शनिवार को हालांकि हुड्डा को तब बड़ी आस जगी थी कि जब सोनिया गांधी ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद को चर्चा के लिए बुलाया। मगर तब भी कोई परिणाम सामने नहीं आया।
गुलाम नबी आजाद को सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद भी मिली निराशा
शनिवार सोनिया गांधी से मिलने के बाद आजाद भी हरियाणा को लेकर कुछ नहीं बोले। बता दें, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा राज्य कांग्रेस का अध्यक्ष बदलने के लिए पुरजोर प्रयास में जुटे हैं। इसके लिए उनके समर्थक पार्टी छोड़ने तक की धमकी भी दे चुके हैं।
पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर खुद हुड्डा तैयार नहीं हैं मगर उनके समर्थक 12 विधायकों में से 8 नई पार्टी बनाने के पक्ष में हैं। चार विधायकों ने हुड्डा को साफ तौर पर कह दिया है कि कांग्रेस पार्टी में रहकर ही वे संघर्ष में उनके साथ हैं। अलग पार्टी के लिए ये विधायक तैयार नहीं हैं।
नई पार्टी की बजाए हुड्डा के पास है एक विकल्प
हुड्डा को जिस तरह कांग्रेस आलाकमान से लगातार निराशा मिल रही है, उसके बाद दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा भी है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार से बातचीत हो चुकी है। शरद पवार हरियाणा में हुड्डा हो उनके मन मुताबिक पार्टी की कमान देने को तैयार हैं। हुड्डा एनसीपी के बैनर तले अपने समर्थकों के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे।