चंडीगढ : 18 अगस्त तक अगर अशोक तंवर को नहीं बदला गया तो हुड्डा नई पार्टी का गठन तो नहीं करेंगे अलबत्ता उसके बाद कांग्रेस में रहकर कांग्रेस के खिलाफ संघर्ष करेंगे। रोहतक रैली के बाद हुड्डा अपने स्तर पर विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लडऩे के चाहवानों का खुलकर समर्थन करते हुए प्रदेश में अपना गुट खड़ा करेंगे। रोहतक रैली के माध्यम से हुड्डा भाजपा को भी बड़ा संदेश देने का प्रयास करेंगे।
भाजपा सितंबर माह के दौरान रोहतक में विजय संकल्प रैली का आयोजन करने जा रही है। ऐसे में मोदी के आगमन से पहले हुड्डा अपना दम दिखाकर जाटलैंड में अपनी पकड़ मजबूत होने का अहसास करवाएंगे। अशोक तंवर कांग्रेस के ऐसे प्रदेश अध्यक्ष हैं जिनके कार्यकाल के दौरान अब तक जिला व ब्लाक कार्यकारिणी का गठन नहीं हो सका है। लिहाजा पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के कार्यकाल में नियुक्त किए गए जिला अध्यक्ष व ब्लाक अध्यक्ष आज भी स्टैंड कर रहे हैं।
इन अध्यक्षों व पदाधिकारियों को अशोक तंवर द्वारा कोई अहमियत नहीं दी गई। जिसके चलते अब हुड्डा इन्हें हल्लाशेरी देकर अपने लिए मार्केट में खड़ा करेंगे। तंवर की अनदेखी का शिकार रहे मुलाना के कार्यकाल के जिला व ब्लाक पदाधिकारियों को अपनी ढाल बनाकर हुड्डा कांग्रेस हाईकमान के साथ लड़ाई लड़ते हुए नजर आएंगे।
जिन्हें तंवर ने नहीं पूछा वही बनेंगे हुड्डा की ढाल
अशोक तंवर कांग्रेस के ऐसे प्रदेश अध्यक्ष हैं जिनके कार्यकाल के दौरान अब तक जिला व ब्लाक कार्यकारिणी का गठन नहीं हो सका है। लिहाजा पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के कार्यकाल में नियुक्त किए गए जिला अध्यक्ष व ब्लाक अध्यक्ष आज भी स्टैंड कर रहे हैं।
इन अध्यक्षों व पदाधिकारियों को अशोक तंवर द्वारा कोई अहमियत नहीं दी गई। जिसके चलते अब हुड्डा इन्हें हल्लाशेरी देकर अपने लिए मार्केट में खड़ा करेंगे। तंवर की अनदेखी का शिकार रहे मुलाना के कार्यकाल के जिला व ब्लाक पदाधिकारियों को अपनी ढाल बनाकर हुड्डा कांग्रेस हाईकमान के साथ लड़ाई लड़ते हुए नजर आएंगे।