कनीना : गरीबी हटाओ का नारा आज नेहरू परिवार की पांचवीं पीढ़ी राहुल गांधी अपने भाषणों दें रहे हैं किंतु महज भाषणों से देश को कोई हित नहीं होने वाला है। ये विचार लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के सुप्रीमो राजकुमार सैनी एवं सांसद कुरुक्षेत्र में कनीना के बाबा मोलडनाथ आश्रम परिसर में जनसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि यदि देश का हर इंसान देश के लिए तत्पर रहता तो देश 350 वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम नहीं रहता, लेकिन लोगों की सजगता के अभाव के चलते देश गुलामी के बीड़ा सहता रहा। इसी प्रकार आप भी लोग आरक्षण के मामले में अभी तक सजग नहीं हुए है। जिसके चलते सांसद और विधायकों के पीछे लगे रहते हैं फिर भी पूरा आरक्षण नहीं मिला है और नौकरी मिलना तो दूर की बात है।
उन्होंने कहा कि 157 की क्रांति से लेकर देश आजादी तक जितने भी कुर्बानियां दी। उनमें से बहुत से शहीदों को विद्रोही बताया जाता है। अंग्रेजों से पीछा छुड़ाने के लिए सबसे पहले 1794 में जाट रेजिमेंट का गठन किया गया लेकिन वह भी अंग्रेजों में विलुप्त होकर रह गई। अंग्रेजों से पीछा छुड़ाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा।
लक्ष्मी बाई, बाजीराव तात्या टोपे, मैनावती, बाजीराव, मंगल पांडे, राव तुलाराम, धन सिंह कोतवाल आदि लोगों ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया अंग्रेजों के विरुद्ध बिगुल बजाया तब जाकर आजादी मिली। अंग्रेजों के विरुद्ध 1857 क्रांति में अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों को बर्बरता से कुचल दिया, परंतु नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिन्होंने विदेशों तक एकता कायम करके अंग्रेजों का सफाया करने का काम कियाए वहीं राजगुरु, सुखदेव, भगत सिंह जैसे लोगों ने फांसी खाकर देश में एक उबाल ला दिया।
इस उबाल के चलते ही देश आजाद तो हो गया, लेकिन जाते-जाते अंग्रेजों ने पूछा कि तुम किसे प्रधानमंत्री चाहते हैं, उस समय लोगों ने सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम सुझाया, लेकिन महात्मा गांधी ने जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री देखना चाहते थे। नेहरू को प्रधानमंत्री बनाने के लिए महात्मा गांधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को मनाया, किंतु उसी वक्त मोहम्मद जिन्ना खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल प्रधानमंत्री बनता है तो भारत एक रहेगा।
अगर जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया जाता है तो पाकिस्तान अलग बनेगा। नेहरू की सत्ता लोलुपता के चलते वे प्रधानमंत्री बने, पाकिस्तान अलग बनाए मारकाट चलाए कितने लोग मारे गए, किंतु नेहरू परिवार में नेहरू को प्रधानमंत्री बनाकर 5 पीढिय़ों तक उनका राज चलता रहा। 55 साल में 12 बार कांग्रेस को मौका मिला, किंतु अपना देश कीर्तिमान स्थापित नहीं कर पाया। 80 प्रतिशत लोग देश के बेरोजगार है। उधर चीन जैसे लोग अपनी उन्नति करके भारत में अपना सामान तक बेच जाते हैं।
इसके पीछे परिवारवाद एक कारण रहा है। राजकुमार सैनी ने कहा कि अकेले हरियाणा में 52 फीसदी लोग बीसी के हैं और 12 बार शासन कांग्रेस के पास रहने के बावजूद भी बीसी को आरक्षण में अधिकारी पदों में केवल 6 प्रतिशत आरक्षण मिला हुआ है। यदि यूं ही चलता रहा तो आने वाले समय में लोगों का अपने हिस्से का पानी नहीं मिलेगा और न ही नौकरी मिलेगी।
उन्होंने उपस्थित लोगों को प्रतिदिन 10 व्यक्तियों को यह बात समझाने की प्रेरणा दी, ताकि लोग जागरूक हो सके और प्रदेश में परिवर्तन ला सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 45 सालों में 5 मुख्यमंत्रियों ने शासन किया और सभी भाई भतीजा वाद के चलते लोगों का हित नहीं कर पाए।
– दीपचंद यादव